फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज! 190 और टीचरों की डिग्रियां व प्रमाण पत्र निकले फर्जी, तैयार हुई सूची

फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज! 190 टीचरों की डिग्रियां और प्रमाण पत्र निकले फर्जीः Education Department prepared a list of fake teachers

फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज! 190 और टीचरों की डिग्रियां व प्रमाण पत्र निकले फर्जी, तैयार हुई सूची

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:12 pm IST
Published Date: July 31, 2022 9:16 pm IST

हरिद्वारः सरकार की आंखों में धूल झोंककर फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे शिक्षकों पर अब प्रशासन कार्रवाई की तैयारी कर रही है। दरअसल, सरकार के निर्देश पर 2012 से 2016 तक के सभी शिक्षकों की जांच हो रही है। इसके लिए एक एसआईटी का भी गठन किया गया है। इसी बीच, एसआईटी को राज्यभर से कई और शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी होने की शिकायतें मिलीं। अब तक एसआईटी को ऐसे 190 शिक्षकों के बारे में पता चला है, जो 2012 से 2016 की जांच के दायरे से अलग हैं। ऐसे में एसआईटी इन 190 शिकायतों की भी जांच में जुटी हुई है।

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विभागीय सूत्रों के अनुसार, इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र सत्यापित करवाए जा रहे हैं, लेकिन ज्यादातर के कुछ ना कुछ दस्तावेज फर्जी पाए जा रहे हैं। ऐसे में इनके खिलाफ कानूनी और विभागीय कार्रवाई तय है। दूसरी ओर, एसआईटी की सिफारिश पर 2012 से 2016 तक की जांच में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी करने वाले 81 शिक्षकों पर विभिन्न जिलों में मुकदमा दर्ज हो चुका है।

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एसआईटी दो तरह की जांचें कर रही हैं। एक तो सरकार के निर्देश पर 2012 से 2016 तक के सभी शिक्षकों की जांच हो रही है। इसके तहत 81 के खिलाफ मुकदमा भी हो चुका है। दूसरी उन शिक्षकों की जांच है, जिनकी एसआईटी को दूसरे माध्यम से फर्जी प्रमाणपत्रों की शिकायत मिली है। ये किसी भी समय के भर्ती वाले शिक्षक हो सकते हैं। यहां तक कि रिटायर भी हो चुके हों। ऐसे 190 मामलों की जांच चल रही है। जांच पूरी होते ही इनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।