शिक्षा विभाग ने 30 से अधिक शिक्षकों को नौकरी से किया बर्खास्त, FIR भी दर्ज अब वेतन रिकवरी की तैयारी

शिक्षा विभाग ने 30 से अधिक शिक्षकों को नौकरी से किया बर्खास्त, FIR भी दर्ज अब वेतन रिकवरी की तैयारी

शिक्षा विभाग ने 30 से अधिक शिक्षकों को नौकरी से किया बर्खास्त, FIR भी दर्ज अब वेतन रिकवरी की तैयारी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:48 pm IST
Published Date: July 16, 2020 12:27 pm IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिर एक बाद फर्जी टीचरों का बड़ा मामला सामने आया है, इस बार प्रदेश के फर्रुखाबाद में फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षक सामने आए हैं। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने 30 से अधिक शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अब उनसे सैलरी की रिकवरी की तैयारी की जा रही हैै।

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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड सत्र 2004-05 का फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर परिषदीय बेसिक स्कूलों में नौकरी कर रहे शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, बीएसए ने बताया कि आगरा विश्वविद्यालय से संबंधित फर्जी बीएड डिग्री से जिले में नौकरी करने वाले 25 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था। अब विभिन्न थानों में इन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही उक्त शिक्षकों से वेतन के रिकवरी की तैयारी भी चल रही है।

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वहीं एसटीएफ की सूची में 2 शिक्षक फर्जी पाए गए थे, उन्हें भी बर्खास्त कर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है, जबकि फर्जी शिक्षक की लिस्ट में सात शिक्षकों के नाम शामिल थे, इनमें तीन के खिलाफ एफआईआर कर दी गई है और चार शिक्षकों के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा शासन के आदेश पर जिले में गठित की गई टीम वर्ष 2010 के बाद भर्ती हुए शिक्षकों की जांच करेगी।

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गठित तीन सदस्यीय जांच समिति ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों से वर्ष 2010 के बाद भर्ती शिक्षकों की सूची शैक्षिक अभिलेखों समेत मांगी है, हालांकि विभागीय अधिकारियों के पास यह लेखा-जोखा नहीं है कि 2010 के बाद अब तक कितने शिक्षक भर्ती हुए हैं। शिक्षकों की सूची मांगे जाने से गलत तरीके से नियुक्ति पाए शिक्षकों में खलबली मच गई है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com