नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) में कथित अनियमितताओं और घर खरीदारों के साथ धोखाधड़ी से जुड़े करोड़ों रुपये के धन शोधन मामले में गुरुग्राम स्थित एक रियल एस्टेट कंपनी और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ जल्द ही आरोपपत्र दाखिल कर सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
ओशन सेवन बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड (ओएसबीपीएल) के प्रबंध निदेशक (एमडी) और ‘प्रमुख व्यक्ति’ स्वराज सिंह यादव को संघीय जांच एजेंसी ने 13 नवंबर को गिरफ्तार किया था और वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।
ईडी ने आरोप लगाया है कि यादव ने पीएमएवाई के तहत गृह खरीदारों से एकत्रित 222 करोड़ रुपये के धन की हेराफेरी की और धनशोधन किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य ‘सभी के लिए घर’ सुनिश्चित करने को लेकर केंद्र की महत्वपूर्ण योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को आवास उपलब्ध कराना है।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी कंपनी और उसके प्रवर्तकों की परिसंपत्तियों का मूल्यांकन कर रही है, ताकि उन्हें धन शोधन निरोधक कानून के तहत जब्त किया जा सके और बाद में कथित धोखाधड़ी के पीड़ितों को लौटाया जा सके।
सूत्रों ने बताया कि यादव और उनसे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ भी जल्द ही आरोपपत्र दाखिल किए जाने की संभावना है।
ईडी द्वारा कंपनी और उसके एमडी के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कंपनी की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भाषा आशीष संतोष
संतोष