केंद्रीय मंत्री अनिल माधव दवे के निधन के बाद उनकी वसीयत सामने आई है जिसमें उन्होंने इच्छा जाहिर की है कि.. संभव हो तो मेरा दाह संस्कार बांद्राभान में नदी महोत्सव वाले स्थान पर किया जाए.. उत्तर क्रिया के रुप में केवल वैदिक कर्म ही हो, किसी प्रकार का दिखावा, आडंबर न हो… मेरी स्मृति में कोई भी स्मारक, प्रतियोगिता, पुरस्कार, प्रतिमा इत्यादि जैसे विषय कोई भी न चलाए… जो मेरी स्मृति में कुछ करना चाहते हैं वो कृपया वृक्षों को बोने एंव संरक्षित कर बड़ा करने का काम करेंगे, तो मुझे आनंद होगा, वैसे ही नदी, जलाशयों के संरक्षण में अपनी सामर्थ्य अनुसार अधिकतम प्रयत्न किए जा सकते है, ऐसा करते हुए भी मेरे नाम के प्रयोग से बचे… उधर ब्ड शिवराज सिंह चैहान ने भी कहा कि उनकी इच्छा के मुताबिक ही उनका अंतिम संस्कार होगा और दवे के परिवाल वालों की भी यही इच्छा है…