बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में रात्रि यातायात प्रतिबंध में ढील के खिलाफ पर्यावरणविदों ने मार्च निकाला

बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में रात्रि यातायात प्रतिबंध में ढील के खिलाफ पर्यावरणविदों ने मार्च निकाला

बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में रात्रि यातायात प्रतिबंध में ढील के खिलाफ पर्यावरणविदों ने मार्च निकाला
Modified Date: April 6, 2025 / 10:30 pm IST
Published Date: April 6, 2025 10:30 pm IST

कामराजनगर, (कर्नाटक), छह अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में रात्रि यातायात प्रतिबंध जारी रखने की मांग को लेकर सैकड़ों पर्यावरणविदों ने रविवार को मार्च निकाला। प्रत्यक्षदर्शियों ने इसकी जानकारी दी।

प्रत्यक्षदर्शिों ने बताया कि हाथों में तख्तियां और बैनर लिए प्रदर्शनकारियों ने गुंडलूपेट के काग्गलाहुंडी से मद्दुर चौकी तक पैदल मार्च किया। उन्होंने बताया कि इस मांग के समर्थन में कई किसान और छात्र भी मार्च में शामिल हुए।

प्रदर्शनकारियों ने सरकार से आग्रह किया कि वह जंगली जानवरों की सुरक्षा का हवाला देते हुए रात्रि में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध हटाने के केरल सरकार के अनुरोध को न माने।

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प्रदर्शन को कन्नड़ चालावली (वटल पक्ष) का समर्थन प्राप्त हुआ, जिसके प्रमुख वटल नागराज प्रदर्शन में शामिल हुए।

पत्रकारों से बात करते हुए नागराज ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य में बाघों की आबादी कम होती जा रही है, बांदीपुर में रात्रि यातायात प्रतिबंध जारी रखना जरूरी है।

बांदीपुर बाघों, हाथियों, तेंदुओं, हिरणों और कई अन्य जंगली प्रजातियों का घर है।

पर्यावरणविदों को डर है कि रात्रि यातायात प्रतिबंध में ढील देने से बांदीपुर वन में कई संकटग्रस्त प्रजातियां खतरे में पड़ सकती हैं।

केरल सरकार मैसूर और कामराजनगर के रास्ते केरल और बेंगलुरु के बीच सुचारू यातायात की सुविधा के लिए प्रतिबंध हटाने पर जोर दे रही है

भाषा रंजन प्रशांत

प्रशांत


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