श्रीनगर, नौ जून (भाषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अमरनाथ यात्रा के पहलगाम मार्ग पर तीर्थयात्रियों पर किसी भी आतंकवादी हमले को रोकने के लिए चेहरा पहचान प्रणाली (एफआरएस) लगाई है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि इस प्रणाली में एक विशेषता है जो किसी भी संग्दिध व्यक्ति के निगरानी कैमरे की नजर में आने पर सुरक्षा बलों को वास्तविक समय में सचेत कर देती है।
अमरनाथ यात्रा की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय और संग्दिध आतंकवादियों की तस्वीरें इस प्रणाली में डाली गई हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘ जिन आतंकवादियों की तस्वीरे उपलब्ध कराई गई है यदि उनसे मेल खाता कोई संग्दिध व्यक्ति फ्रेम में आएगा, सुरक्षा बलों द्वारा संचालित निगरानी केंद्र पर हूटर बजने लगेगा, ताकि खतरे को समाप्त करने के लिए वास्तविक समय में कदम उठाए जा सकें।’
एफआरएस डिजिटल फोटोग्राफ या वीडियो से चेहरे की विशेषताओं का विश्लेषण करके तथा डाटाबेस में मिलान ढूंढकर किसी व्यक्ति की पहचान करता है।
इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा के लिए तीन लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है।
अधिकारी ने कहा, ‘अमरनाथ यात्रा पहले भी आतंकवादियों के निशाने पर रही है। इस यात्रा के लिए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करना जरूरी हो गया है, क्योंकि हर वर्ष लाखों तीर्थयात्री पवित्र गुफा में दर्शन के लिए आते हैं।’
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राखी माधव
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