Fake Govt. website: क्या आपने भी यहां सरकारी नौकरी के लिए किया है आवेदन, PIB ने जारी किया स्पष्टीकरण
एक वेवसाइट पर सरकारी पद जिनमें मल्टी टास्किंग स्टाफ और क्लर्क के पदो पर कई सारी भर्तियों के लिए आवेदन मांगे जा रहे है। वेवसाइट राष्ट्रीय कृषि विकाश निगम की दिखाई गई है जिस पर नोटिफिकेशन सेक्शन में साफ दिख रहा कि मल्टी टास्किंग स्टाफ और क्लर्क के लिए आवेदन फॉर्म दिया गया है। जिसके माध्यम से लोगो से ठगी की जा रही है।
Fake Govt. job notification: सरकारी नौकरी की मारामारी में लोग कब धोका धड़ी का शिकार हो जाएं यह कोई नही बता सकता है। और तब तो बताना और भी मुश्किल हो जाता है जब आपनें हूबहू सरकारी वेवसाइट का होम पेज देखा हो। एसा ही मामला देखने को आया है। दरशल एक वेवसाइट पर सरकारी पद जिनमें मल्टी टास्किंग स्टाफ और क्लर्क के पदो पर कई सारी भर्तियों के लिए आवेदन मांगे जा रहे है। वेवसाइट राष्ट्रीय कृषि विकाश निगम की दिखाई गई है जिस पर नोटिफिकेशन सेक्शन में साफ दिख रहा कि मल्टी टास्किंग स्टाफ और क्लर्क के लिए आवेदन फॉर्म दिया गया है। जिसके माध्यम से लोगो से ठगी की जा रही है। ठगो का कहाना है कि यह सार्वजनिक सेवा कंपनी (PSU) है जो MCA2021 INDIA के तहत रजिस्टर है।
PIB ने दिया स्पष्टीकरण
भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन चेक करने वाली वेव साइट PIB FACT CHECK ने बताया कि, यह वेव साइट फेक है, यानी सरकार से इसका कोई लेना देना नही है। PIB नें आगे कहा कि MCA यानी मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेशन का इस वेव साइट से कोई काम नही है ना ही एसे कोई आदेश दिये गए हैं। यह भर्ती पूरे तरीके से झूठी है। लोगो से धोका धड़ी कर पैसे चुराने के लिए आरोपियों ने ये किया है।
A website named Rajkiya Krishi Vikas Nigam with the domain name https://t.co/dta0mYeVH8 claiming to be a PSU under @MCA21India, has opened vacancies for the posts of MTS and Clerks#PIBFactCheck
▶️This Website is #FAKE
▶️ MCA21India has nothing to do with this website pic.twitter.com/izCjauApx5
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 19, 2022
कैसे पहचानें फेक वेवसाइट को
- किसी नई वेबसाइट को विजिट करते वक्त वेबसाइट के कंटेंट, उसकी प्राइवेट पॉलिसी, अबाउट, टीम इन्फो, फोन, ईमेल और गूगल लिस्टिंग को चेक करें। ये सब जानकारियां अगर उपलब्ध नहीं हैं, तो समझ लें कि वेबसाइट सही नहीं है।
- किसी नई ई-कॉमर्स वेबसाइट को विजिट कर रहे हैं, तो आप उसकी रिटर्न पॉलिसी को जरूर देखें। कस्टमर सपोर्ट पर कॉन्टैक्ट करके भी वेबसाइट के बारे में पता कर सकते हैं।
- किसी वेबसाइट को विजिट करते वक्त डोमेन नेम अच्छे से चेक कर लें। याद रखें कभी भी एक ही नाम के दो डोमेन नहीं होते हैं। अगर डोमेन नेम सही नहीं है तो यह फर्जी वेबसाइट है।
- ऐसी वेबसाइट को यूज न करें जिन पर बिना ओटीपी के ही कार्ड से पेमेंट हो रहा हो। ऐसी वेबसाइटों में 3डी सुरक्षा नहीं होती
- सर्विस और प्रोडेक्ट उपलब्ध कराने वाली वेबसाइट्स के ऑनलाइन रिव्यू को जरूर पढ़े
- अगर आपको किसी वेबसाइट पर पेमेंट करना हो उसमें एसएसएल सिक्योरिटी होनी चाहिए। इसका मतलब है कि वेबसाइट के यूआरएल के आगे लॉक का निशान बना हो या वह https से शुरू होती हो।
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- आपके ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया मैसेंजर पर आने वाले लिंक का इस्तेमाल पेमेंट के लिए ना करें. अगर आपने ऐसा किया तो आप फर्जी वेबसाउट के चंंगुल में फंस गए। फर्जी वेबासाइट्स की तरफ से आपको आकर्षक ऑफर देने की बात कही जा सकती है इसलिए सतर्क रहें।
- जहां तक हैक की गई वेबसाइट्स का है तो इनका पता लगाना थोड़ा मुश्किल है। जब तक संबंधित कंपनी, विभाग या संस्था कोई सूचना नहीं देती या हैकर वेबसाइट पर कुछ विशेष जानकारी नहीं देता, तब तक यह पता लगाना मुश्किल है कि वेबसाइट हैक हुई है या नहीं।

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