नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने असम में दो स्वायत्त परिषदों के लिए जारी किए गए कथित फर्जी खरीद ऑर्डर के संबंध में असम और नयी दिल्ली में छह स्थानों पर छापेमारी की और 14.5 लाख रुपये नकद और दो लक्जरी कारें बरामद कीं।
संघीय एजेंसी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि ईडी के गुवाहाटी क्षेत्रीय कार्यालय ने मंगलवार को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत असम के गुवाहाटी, कोकराझार और तेजपुर और नयी दिल्ली में छह स्थानों पर तलाशी ली गई।
ईडी ने बताया कि दीमा हसाओ और मिसिंग की स्वायत्त परिषदों द्वारा जारी कथित फर्जी खरीद ऑर्डर के तहत माल की आपूर्ति के लिए तीन व्यक्तियों- ऋषिराज कौंडिन्य, बीजू दास और मुकेश जैन- के खिलाफ जांच चल रही है।
बयान के मुताबिक, ईडी ने छापेमारी के दौरान 14.5 लाख रुपये नकद जब्त किये तथा 13.68 लाख रुपये की शेष राशि वाले बैंक खातों को ‘फ्रीज’ करने के आदेश जारी किए।
ईडी ने बताया कि इसके अलावा, दो लग्जरी कार, 65 लाख रुपये के मूल्यांकन के साथ भूमि बिक्री समझौते का एक दस्तावेज जब्त किये। इसके अपराध की आय (पीओसी) से जुड़ा होने का संदेह है।
इसने बताया कि मुख्य आरोपी के स्वामित्व एवं नियंत्रण वाली कई अन्य संपत्तियों का विवरण, विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य भी छापेमारी के दौरान जब्त किए गए हैं।
ईडी ने दावा किया कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि कौंडिन्य ने अपने सहयोगियों जैन और दास तथा अन्य के साथ मिलकर कथित तौर पर एक ‘‘सुनियोजित आपराधिक साजिश’’ रची। वह ‘फर्जी आपूर्ति ऑर्डर, जाली हस्ताक्षर, नकली चेक और झूठे भुगतान’’ जैसे सरकारी दस्तावेज तैयार करने में संलिप्त है, जो कथित तौर पर मिसिंग, दीमा हसाओ और अन्य की स्वायत्त परिषद द्वारा जारी किए गए थे।
ईडी ने दावा किया कि 9.86 करोड़ रुपये मूल्य के सामान की आपूर्ति के लिए ‘फर्जी ऑर्डर’ जारी किए गए और इससे संबंधित 2.04 करोड़ रुपये की कमीशन राशि ‘अवैध रूप से प्राप्त’ की गई।
भाषा धीरज सुरेश
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