लिपुलेख दर्रे से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए श्रद्धालुओं का पांचवां दल वापस लौटा

लिपुलेख दर्रे से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए श्रद्धालुओं का पांचवां दल वापस लौटा

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  • Publish Date - August 22, 2025 / 08:12 PM IST,
    Updated On - August 22, 2025 / 08:12 PM IST

पिथौरागढ़, 22 अगस्त (भाषा) उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित लिपुलेख दर्रे के जरिए कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गये श्रद्धालुओं का पांचवां और अंतिम दल शुक्रवार को अपनी यात्रा पूरी कर लौट आया।

धारचूला के उपजिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा ने बताया कि यह दल सुबह साढ़े नौ बजे लिपुलेख दर्रे पर वापस लौट आया जहां उसके सदस्यों का भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के कर्मियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

यात्रा की नोडल एजेंसी कुमाउं मंडल विकास निगम के धारचूला आधार शिविर के प्रभारी धनसिंह ने बताया कि दल धारचूला आधार शिविर पहुंच चुका है जहां वह रात्रि विश्राम करेगा।

कोविड-19 महामारी के कारण 2019 से लिपुलेख दर्रे के जरिये बंद पड़ी कैलाश-मानसरोवर यात्रा इस वर्ष पांच साल के अंतराल के बाद 30 जून को शुरू हुई थी।

सिंह ने बताया कि ये श्रद्धालु धारचूला से चौकरी, पाताल भुवनेश्वर, कौसानी और अल्मोड़ा होते हुए नयी दिल्ली पहुंचेंगे जहां इस यात्रा को समाप्त घोषित किया जाएगा।

पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने बताया कि लिपुलेख दर्रे के जरिए इस साल कुल 237 श्रद्धालु कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर गए जिनमें से 171 पुरुष तथा 66 महिला श्रद्धालु थे।

उन्होंने बताया, ”पांच दलों में गए इन श्रद्धालुओं ने कुमाउं मंडल विकास निगम, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और राज्य सरकार के अधिकारियों के सहयोग से अपनी यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की।”

भाषा

सं, दीप्ति, रवि कांत रवि कांत