मंगलुरु (कर्नाटक), 23 दिसंबर (भाषा) लग्जरी क्रूज जहाज एमएस सेवन सीज नैविगेटर के आगमन के साथ नव मंगलूरू पत्तन का 2025-26 क्रूज सीजन शुरू हो गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
नव मंगलूरू पत्तन प्राधिकरण (एनएमपीए) के अधिकारियों ने बताया कि बहामास ध्वज वाला यह क्रूज जहाज 22 दिसंबर को सुबह 6:15 बजे इस पत्तन पर पहुंचा और इसे 7:15 बजे तक बर्थ संख्या-चार पर खड़ा किया गया।
उन्होंने बताया कि 172.50 मीटर लंबा और 28,803 टन वजनी यह जहाज मोरमुगाओ बंदरगाह से आया है जिसमें 450 अंतरराष्ट्रीय यात्री और चालक दल के 360 सदस्य सवार हैं। एनएमपीए ने यात्रियों का परंपरागत ढंग से जोरदार स्वागत किया।
उन्होंने बताया कि सीमा शुल्क विभाग, आव्रजन, पर्यटन एजेंसियों और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर पत्तन प्राधिकरण ने इन यात्रियों के लिए जबरदस्त व्यवस्थाएं की हैं जिससे कि उन्हें यादगार अनुभव मिल सके।
मंगलूरू की सीमा शुल्क आयुक्त विनिता शेखर ने पत्तन के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर इस जहाज के यात्रियों का स्वागत किया। पत्तन पर आयुष मंत्रालय द्वारा ध्यान केंद्र, एनएमपीए द्वारा वाई-फाई कनेक्टिविटी और पर्यटन मंत्रालय द्वारा यक्षगान कला शैली का एक सेल्फी स्टैंड सहित कई यात्री अनुकूल सुविधाएं दी गई हैं।
यहां ठहराव के दौरान पर्यटकों ने मंगलूरू के आसपास के स्थानों का भ्रमण किया जिसमें करकला स्थित गोमातेश्वर, मूडबिदरी में हजार खंभा मंदिर, सोन्स फार्म, कारीगर ग्राम, गोकर्णनाथ मंदिर, सेंट एलॉयसियस चैपल, स्थानीय बाजार और ट्रिनिटी हाउस शामिल हैं।
आमतौर पर एक क्रूज वर्ष में कोविड-19 महामारी से पूर्व दो दर्जन से अधिक क्रूज जहाज एनएमपीए में बर्थ का उपयोग किया करते थे, लेकिन कोरोना काल के बाद यह संख्या घटकर 8-10 रह गई है।
एनएमपीए के अधिकारियों के मुताबिक, वर्ष 2024-25 में कुल सात क्रूज जहाज आए थे और 2025-26 के लिए तय कार्यक्रम के मुताबिक, इस पत्तन को अभी तक पहले ही छह क्रूज परिचालकों से अनुरोध प्राप्त हो चुके हैं।
भाषा
सं, राजेंद्र रवि कांत