बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन, विहिप और बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प

बांग्लादेश उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन, विहिप और बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प

  •  
  • Publish Date - December 23, 2025 / 04:11 PM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 04:11 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, 23 दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के खिलाफ भगवा झंडे लिए और नारे लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के सैकड़ों समर्थकों ने मंगलवार को कड़ी सुरक्षा वाले बांग्लादेश उच्चायोग के पास अवरोधक हटा दिए, जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प हो गई।

जब पुलिस भीड़ को काबू करने की कोशिश कर रही थी तो उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई अवरोधक हटा दिए।

पड़ोसी देश में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के खिलाफ हिंदू संगठनों द्वारा घोषित प्रदर्शन से पहले सुबह उच्च सुरक्षा वाले इस इलाके में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई थी।

इलाके में सात स्तर पर अवरोधक लगाए गए और पुलिस तथा अर्धसैनिक बल की अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात किया गया।

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन से पहले 15,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को उच्चायोग से लगभग 800 मीटर दूर रोक दिया।

प्रदर्शनकारियों को उच्चायोग तक पहुंचने से रोकने के लिए डीटीसी की बसों को अवरोध के तौर पर खड़ा किया गया था।

इस दौरान प्रदर्शनकारी बैनर और तख्तियां लहरा रहे थे जिन पर बांग्लादेश सरकार के खिलाफ निंदा भरे संदेश लिखे थे। इनमें से एक तख्ती पर लिखा था, ‘‘हिंदू रक्त की एक-एक बूंद का हिसाब चाहिए।’’

बांग्लादेश में 18 दिसंबर को कपड़ा फैक्टरी में काम करने वाले 25 वर्षीय दीपू चंद्र दास को मैमनसिंह के बालुका में ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और उसके शव को आग लगा दी।

पुलिस के मुताबिक, दास को पहले फैक्टरी के बाहर भीड़ ने पीटा और फिर एक पेड़ से लटका दिया तथा उसके शव को आग लगा दी।

इस संबंध में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘एक हिंदू आदमी पर बेरहमी से हमला किया गया और उसे मार डाला गया। हम अपनी सरकार से अनुरोध करते हैं कि इस हत्या के पीछे जो लोग हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हम यह भी मांग करते हैं कि बांग्लादेश पुलिस इस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।’’

वहीं, एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘‘हम भारत में हर समुदाय को अपना भाई-बहन मानते हैं। हर देश में प्रत्येक हिंदू के साथ भी इसी तरह का व्यवहार होना चाहिए।’’

गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के अधिकारियों पर अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और पड़ोसी देश में रहने वाले हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत से कड़े राजनयिक कदम उठाने की मांग की।

प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब बांग्लादेश में लोग जिहादी सोच रखते हैं तो कोई क्या कर सकता है। विहिप और बजरंग दल का हर कार्यकर्ता बांग्लादेश में हिंदू परिवारों के समर्थन में खड़ा है। हम सभी रुकावटों को पार करेंगे और बांग्लादेश उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे।’’

कई प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि यह आंदोलन सिर्फ़ एक दिन तक सीमित नहीं रहेगा और मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज किया जाएगा।

प्रदर्शनकारी सुमित कश्यप ने हिंदू एकता का आह्वान किया।

उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू एकता ज़रूरी है। अनेक बांग्लादेशी राष्ट्रीय राजधानी में गैर-कानूनी तरीके से रह रहे हैं। आज तक किसी एक भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। हर भारतीय शांति पसंद करता है और शांति से रहता है। लेकिन बांग्लादेश में लोग अब हमारे भाइयों को मार रहे हैं।’’

वहीं, प्रदर्शन में शामिल सतीश गुप्ता ने कहा कि वे ‘‘आतंकवादी मानसिकता’’ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता है कि अनेक बांग्लादेशी लोग हमारे देश में छिपकर अलग-अलग घरों में काम कर रहे हैं। क्या किसी एक भी व्यक्ति को कोई समस्या हुई है? हम बांग्लादेश में किसी भी भारतीय के साथ अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’

प्रदर्शनकारी हनुमान चालीसा का पाठ करते और धार्मिक नारे लगाते दिखे।

पुलिस ने उनसे बार-बार शांति बनाए रखने और अवरोधक तोड़ने की कोशिश न करने की अपील की।

प्रदर्शनकारियों के पुलिस घेरे को तोड़ने की कोशिश करने पर मामूली झड़पें हुईं।

विहिप के एक नेता ने कहा, ‘‘हम हर हिंदू की उचित सुरक्षा, हिंदू परिवारों को मुआवज़ा, और जिन परिवारों को खुलेआम लूटा गया, उनके लिए उचित पुनर्वास की मांग करते हैं।’’

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह विरोध शांतिपूर्ण और कानूनी है।

विहिप नेता ने कहा, ‘‘विहिप और बजरंग दल का हर एक कार्यकर्ता शांति से विरोध कर रहा है। हम सरकार द्वारा दिए गए अनुमति के नियमों का पालन करेंगे। विहिप या बजरंग दल का एक भी कार्यकर्ता सरकार की अनुमति का उल्लंघन नहीं करेगा।’’

भाषा गोला नेत्रपाल

नेत्रपाल