सौ साल में पहली बार नियमों का पालन कर रहा है आरएसएस: प्रियंक खरगे

सौ साल में पहली बार नियमों का पालन कर रहा है आरएसएस: प्रियंक खरगे

सौ साल में पहली बार नियमों का पालन कर रहा है आरएसएस: प्रियंक खरगे
Modified Date: November 16, 2025 / 04:45 pm IST
Published Date: November 16, 2025 4:45 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

कलबुर्गी (कर्नाटक), 16 नवंबर (भाषा) कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियंक खरगे ने रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए कहा कि संगठन 100 वर्ष में पहली बार कानूनी व संवैधानिक अनुमति के साथ चित्तपुर में पथ संचलन आयोजित करके नियमों का पालन कर रहा है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कलबुर्गी जिले के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र में मार्च आयोजित करने वाला है, जहां से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियंक विधायक हैं।

 ⁠

पिछले कुछ समय से आरएसएस पर हमलावर दिख रहे प्रियंक ने पहले मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि संगठन को कर्नाटक में कहीं भी सरकारी जमीन पर शाखा या पथ संचलन आयोजित करने की अनुमति न दी जाए, क्योंकि इससे ‘नफरत फैलती है।”

आरएसएस ने शुरू में खरगे के निर्वाचन क्षेत्र में मार्च की योजना बनाई थी, लेकिन जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया।

बाद में संगठन ने अदालत का रुख कर मंजूरी हासिल की।

प्रियंक ने कलबुर्गी में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कभी भी पथ संचलन का विरोध नहीं किया। मैंने बस इतना कहा था कि अनुमति ली जानी चाहिए। उन्हें कानून का पालन न करने की आदत है। अब वे नियमों का पालन कर रहे हैं। उन्हें ऐसा करना चाहिए।’

मंत्री के अनुसार कड़ी शर्तें लगाई गई हैं।

उन्होंने कहा, “अगर वे शर्तों का पालन नहीं करेंगे, तो उन्हें कानून के अनुसार सजा मिलेगी। ”

प्रियंक ने आगे कहा, “हमने उनसे कानून और संविधान का पालन करने को कहा है, जो वे 100 सालों में पहली बार कर रहे हैं।”

आरएसएस के मार्च के शुरुआती बिंदु बजाज कल्याण मंडप के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने आयोजन स्थल की घेराबंदी कर दी है, जबकि बम निरोधक दस्ते और खोजी कुत्तों ने गहन जांच की है।

अधिकारी संभावित सुरक्षा खतरों के मद्देनजर परिसर और आसपास के पेड़ों पर भी नजर रख रहे हैं, और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

यह पथ संचलन अपराह्न 3.30 बजे बजाज कल्याण मंडप से शुरू होगा, लगभग 1.2 किलोमीटर तक चलेगा और उसी स्थल के पास समाप्त होगा।

पूरे मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था की गई है।

भाषा जोहेब रंजन

रंजन


लेखक के बारे में