बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत, अस्पताल ने की पुष्टि | Former RJD MP Mohammad Shahabuddin dies of Covid-19 in Delhi hospital

बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत, अस्पताल ने की पुष्टि

बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत, अस्पताल ने की पुष्टि

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : May 1, 2021/12:19 pm IST

नई दिल्ली, एक मई (भाषा) जेल में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की शनिवार को यहां दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में मृत्यु हो गई। दिल्ली कारा विभाग ने बताया कि हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे शहाबुद्दीन को 20 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

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महानिदेशक (कारा) संदीप गोयल ने बताया, ‘‘दिल्ली जेल के कैदी मोहम्मद शहाबुद्दीन की मृत्यु के बारे में डीडीयू अस्पताल से सूचना मिली है। वह कोविड-19 से पीड़ित थे।’’ कारा अधिकारियों ने बताया कि उन्हें दो-तीन दिन पहले अस्पताल के सघन निगरानी कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि सिवान के पूर्व सांसद तिहाड़ के उच्च सुरक्षा जेल नंबर दो में बंद थे।

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दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस हफ्ते की शुरुआत में आप सरकार और जेल अधिकारियों को शहाबुद्दीन की उचित चिकित्सा देखभाल और निगरानी के निर्देश दिए थे। बिहार के सिवान जिले की एक विशेष अदालत ने नौ दिसंबर 2015 को शहाबुद्दीन और उनके सहयोगी को 2004 के दोहरी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। दो भाईयों सतीश और गिरीश रौशन की अगस्त 2004 में कथित तौर पर रंगदारी देने से इंकार करने के लिए हत्या कर दी गई थी।

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उनका तीसरा भाई राजीव रौशन, शहाबुद्दीन के लोगों द्वारा किए गए अपराध का गवाह था जिसे छह जून 2014 को अदालत में उनके खिलाफ गवाही देने जाने के समय रास्ते में हत्या कर दी गई। शहाबुद्दीन एवं तीन अन्य को दोषी ठहराने एवं सजा दिए जाने को पटना उच्च न्यायालय एवं उच्चतम न्यायालय ने भी बरकरार रखा। उच्चतम न्यायालय के 15 फरवरी 2018 के एक आदेश के बाद राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व नेता को तिहाड़ जेल में स्थानांतरित किया गया था। डॉन से नेता बने शहाबुद्दीन की कानून के साथ कई अन्य अदावतें भी थीं।

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वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के कार्यकर्ता छोटे लाल गुप्ता के अपहरण मामले में भी दोषी थे। उन पर जेएनयू के पूर्व छात्र नेता चंद्रशेखर प्रसाद सहित कम्युनिस्ट पार्टी के 15 अन्य कार्यकर्ताओं की हत्या का भी आरोप था। उन पर हत्या और अपहरण के तीन दर्जन से अधिक मामले थे। शहाबुद्दीन 1990 और 1995 में जीरादेई विधानसभा क्षेत्र से बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे। बहरहाल छोटे लाल गुप्ता के अहपरण और लापता होने के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें चुनाव लड़ने के अयोग्य करार दिया गया।

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इसके बाद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने राजद के टिकटपर सिवान से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गईं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहाबुद्दीन के निधन पर दुख जताया। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव ने भी संयुक्त बयान जारी कर पार्टी के पूर्व नेता के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि शहाबुद्दीन के असामयिक निधन से राजद परिवार शोकाकुल है।

 

 
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