उत्तराखंड में नदियां उफान पर, हरिद्वार में पीली नदी से बचाए गए चार श्रमिक | Four labourers rescued from Yellow River in Haridwar as rivers overflow in Uttarakhand

उत्तराखंड में नदियां उफान पर, हरिद्वार में पीली नदी से बचाए गए चार श्रमिक

उत्तराखंड में नदियां उफान पर, हरिद्वार में पीली नदी से बचाए गए चार श्रमिक

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:45 PM IST, Published Date : July 18, 2021/1:24 pm IST

देहरादून 18 जुलाई (भाषा) उत्तराखंड के ज्यादातर स्थानों पर लगातार बारिश होने से प्रदेश में गंगा, यमुना जैसी प्रमुख नदियों के अलावा उनकी सहायक नदियां भी उफान पर हैं। हरिद्वार जिले की पीली नदी में फंसे चार श्रमिकों को पुलिस ने तत्परता से अभियान चलाकर सुरक्षित बाहर निकाला।

उधर, अतिवृष्टि और आपदा राहत कार्यों में मदद के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में दो महीने के लिए एक हेलीकॉप्टर तैनात करने की स्वीकृति दे दी।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी कि हरिद्वार जिले के श्यामपुर क्षेत्र में पीली नदी पर पुल निर्माण कार्य में लगे चार श्रमिक नदी का जल स्तर बढ़ने से वहीं फंस गए। उन्होंने बताया कि हांलांकि, पुलिस ने तुरंत बचाव अभियान चलाकर क्रेन की सहायता से सभी श्रमिकों को सुरक्षित बचा लिया।

इस बीच राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं और गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली, रामगंगा आदि नदियां चेतावनी स्तर से थोड़स ही नीचे बह रही हैं। इन नदियों के स्तर की सतत निगरानी की जा रही है ।

देहरादून में भी शनिवार से शुरू हुआ बारिश का क्रम रूक—रूक कर लगातार जारी रहा । यहां विकासनगर में वर्षा के कारण एक पक्का मकान ढह गया जबकि परेड ग्राउंड स्थित जल संस्थान के कार्यालय परिसर में एक पेड़ गिर गया । रायपुर के कंडोली में भी वर्षा में एक झोंपडी बह गई । हांलांकि, इन घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई ।

पिछले 24 घंटे में प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश हुई जहां रायवाला में सर्वाधिक 120 मिलीमीटर, ऋषिकेश में 105.2 मिमी, कोटद्वार में 97 मिमी, खटीमा में 83 मिमी, मोहकमपुर में 80 मिमी, मसूरी में 70 मिमी, जसपूर में 50 मिमी और सहसपुर में 43 मिमी वर्षा दर्ज की गयी ।

इस बीच, मुख्यमंत्री धामी ने अतिवृष्टि एवं अन्य दैवीय आपदा के समय तत्काल राहत कार्यों हेतु पिथौरागढ़ में दो माह के लिये एक हेलीकॉप्टर तैनाती करने की स्वीकृति प्रदान की ।

उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि जब हेलीकाप्टर की आपदा राहत कार्यों के लिए आवश्यकता न हो, तब हेलीकॉप्टर का उपयोग रियायती दरों पर भुगतान के आधार पर जन सामान्य को वैकल्पिक यातायात के रूप में उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने इसके किराए के लिए प्रतिव्यक्ति तीन हजार रुपये की दर भी निर्धारित कर दी है ।

भाषा दीप्ति अमित

अमित

 

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