केंद्र सरकार आतंकवाद को नियंत्रित करने में विफल रही, घाटी में आतंकवाद की वापसी हुई: उमर अब्दुल्ला

केंद्र सरकार आतंकवाद को नियंत्रित करने में विफल रही, घाटी में आतंकवाद की वापसी हुई: उमर अब्दुल्ला

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  • Publish Date - September 8, 2024 / 09:31 PM IST,
    Updated On - September 8, 2024 / 09:31 PM IST

श्रीनगर, आठ सितंबर (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को नियंत्रित करने में विफल रही है।

अब्दुल्ला ने शोपियां जिले में संवाददाताओं से कहा, ‘‘…(केंद्र की) मौजूदा सरकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को नियंत्रित करने में विफल रही है।’’

वह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आता है तो आतंकवाद लौट आएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सुझाव दूंगा कि वह (शाह) मेरे छह साल (मुख्यमंत्री के रूप में) के कार्यकाल के आतंकवाद का ग्राफ देखें। यह लगातार घट रहा था। इसकी तुलना उनके पांच साल से करें… ग्राफ हर साल बढ़ रहा है।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार के तहत जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद फिर से बढ़ गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘किस जिले का नाम लूं? कठुआ, पुंछ, राजौरी, जम्मू, सांबा, उधमपुर, रियासी, डोडा… जहां भी देखो, आतंकवाद का असर है।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता में आएगा तो एनसी-कांग्रेस सरकार को आतंकवाद से निपटना होगा।

अनुच्छेद 370 की बहाली पर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर शीर्ष अदालत अतीत में तीन बार इसे बरकरार रखने के बाद विशेष प्रावधान को खत्म कर सकता है, तो कोई भी व्यक्ति शीर्ष अदालत द्वारा नवीनतम फैसले पर फिर से विचार करने की संभावना से कैसे इनकार कर सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम यह नहीं कह रहे हैं कि यह इस विधानसभा के दौरान होगा, लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम इस मुद्दे को जीवित रखें, ठीक उसी तरह जैसे भाजपा ने अपने मुद्दों को 25 साल तक जीवित रखा।’’

भाषा सुरेश

सुरेश