कोरोना के नए रूप को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क : शर्मा

कोरोना के नए रूप को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क : शर्मा

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  • Publish Date - June 26, 2021 / 01:26 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

जयपुर, 26 जून (भाषा) राजस्थान में कोरोना वायरस के नये स्वरूप डेल्टा प्लस का एक मामला सामने आने के मद्देनजर राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार इसको लेकर पूरी तरह सतर्क है और संक्रमण रोकने के लिए लघु निषिद्ध क्षेत्र बनाए गए हैं।

शर्मा ने यहां कहा कि राज्य में कोरोना के नए स्वरूप डेल्टा प्लस से संक्रमित एक मरीज बीकानेर में सामने आया है जो संक्रमण मुक्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार नए रूप को लेकर पूरी तरह सजग और सतर्क है।

उन्होंने कहा कि बीकानेर में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया गया है और लघु निषिद्ध क्षेत्र बना दिए गए हैं ताकि संक्रमण का प्रसार न हो।

चिकित्सा मंत्री ने कहा, ‘‘भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश के 11 राज्यों में 48 मरीज डेल्टा प्लस से संक्रमित पाए गए हैं और देश में 10 जगह जीनोम सिक्वेंसिंग का काम हो रहा है। राजस्थान के एसएमएस मेडिल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग का काम शुरू हो गया है। नमूनों की जांच की जा रही हैं। इससे यह पता चल सकेगा कि नया स्वरूप कौन सा है। उन्होंने बताया कि स्वरूप के अनुसार ही इलाज प्रोटोकॉल तय कर उपचार शुरू किया जा सकता है।

डॉ. शर्मा ने शनिवार को जयपुर के सेठी कॉलोनी स्थित एस आर गोयल (सेटेलाइट) हॉस्पीटल में तीसरी लहर से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी बच्चों के अस्पतालों के आधारभूत ढांचे को मजबूत कर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य की 332 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि शुक्रवार को राज्य में 10 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया गया। राजस्थान न केवल टीकाकरण में देश भर में अव्वल है बल्कि कोरोना प्रबंधन में अन्य राज्यों के लिए प्रेरक रहा है। विभाग ने 15 लाख से ज्यादा टीकाकरण प्रतिदिन करने के क्षमता हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक दी जा चुकी है।

भाषा पृथ्वी

रंजन

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