अमरेली, 17 फरवरी (भाषा) गुजरात के अमरेली जिले के एक तटीय गांव में एक शेरनी मृत पाई गई तथा अधिकारियों का कहना है कि उसकी मौत अरब सागर में डूबने से हुई।
अधिकारियों ने बताया कि शेर का समुद्र में डूबना कोई बहुत सामान्य घटना नहीं है। साथ ही इस मामले में किसी भी तरह की साजिश की आशंका से इनकार किया है।
जूनागढ़ के प्रभारी मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) के.रमेश ने शनिवार को बताया कि 15 फरवरी की शाम को जाफराबाद रेंज के वन क्षेत्र में धारा बंदर गांव के तट पर पांच से नौ साल की उम्र की शेरनी मृत मिली थी।
उन्होंने बताया, ‘‘ पोस्टमार्टम से पता चला कि शेरनी की मौत डूबने से हुई। जानवर के शरीर की जांच के दौरान, उसके नाखून और दांत बरकरार पाए गए, जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।’’
रमेश ने बताया कि पोस्टमार्टम से पता चला कि शेरनी के फेफड़ों में पानी घुस गया था। उन्होंने कहा, ‘‘यह निश्चित तौर पर डूबने का मामला है।’’
उन्होंने कहा, “किसी भी तरह की गड़बड़ी का कोई संकेत नहीं मिला है…ऐसे मामले हैं जब शेर तटीय क्षेत्रों में डूबे हुए पाए जाते हैं, लेकिन यह कुछ ऐसा है जो बहुत आम नहीं है।”
गुजरात एशियाई शेरों का विश्व का अंतिम निवास स्थान है।
शेर अब राज्य के नौ जिलों जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट और सुरेंद्रनगर में निवास करते हैं। यह इलाका करीब 30 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है।
वन मंत्री मुलुभाई बेरा ने इस महीने की शुरुआत में राज्य विधानसभा को बताया कि पिछले दो वर्षों में गुजरात में 126 शावकों सहित कुल 239 शेरों की मौत हुई है। इनमें से 29 मौतें अप्राकृतिक कारणों से हुईं।
भाषा धीरज प्रशांत
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