जयपुर। राजस्थान सरकार प्रस्तावित गुर्जर आंदोलन को देखते हुए सतर्क हो गई है। आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन कर रहे गुर्जरों को समर्थन देने गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के प्रमुख हार्दिक पटेल के भरतपुर आने पर रोक लगा दी गई है।
बताया गया कि बयाना और आसपास के गुर्जर बाहुल्य गांवों में धारा-144 लागू कर दी गई है। इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा आरएसी की 11 कंपनियों को बुला लिया गया है, हालांकि उन्हें अभी कहीं तैनात नहीं किया गया है। वहीं राजे सरकार ने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को सोमवार को जयपुर स्थित सचिवालय में बातचीत के लिए बुलाया है। बैंसला पहले ही बयाना के गांव अड्डा में 15 मई को महापंचायत में आंदोलन की शुरुआत करने की घोषणा कर चुके हैं।
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इधर गुर्जर समाज का दूसरा गुट भी 15 मई को ही छत्तीसा गांव मोरोली में महापंचायत की तैयारी कर रहा है। इसे देखते हुए भरतपुर, सवाईमाधोपुर, दौसा, करौली एवं आस-पास के जिलों में पुलिस व प्रशासन अलर्ट पर है। इंटरनेट पर पाबंदी तो भरतपुर के बयाना, दौसा जिले के महुवा, सवाईमाधोपुर, करौली एवं आस-पास के जिलों के करीब पौने दो सौ गांवों में 15 मई तक के लिए लगा दी गई है।
बता दें कि गुर्जर समाज ओबीसी का वर्गीकरण कर पांच फीसदी अलग से आरक्षण की मांग कर रहा है। जबकि अभी गुर्जर समाज को मोस्ट बैकवर्ड क्लास के तहत एक प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
वेब डेस्क, IBC24