शिमला, 19 मई (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य की बसों के किराए में बढ़ोतरी के फैसले के विरोध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से जुड़े स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने सोमवार को शिमला में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई। एसएफआई के सैकड़ों कार्यकर्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के गेट के बाहर एकत्र हुए और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क जाम कर दी और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का पुतला जलाया।
एसएफआई की हिमाचल प्रदेश इकाई के नेता अंकुश राणा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में बस किराया बढ़ाने का राज्य सरकार का फैसला छात्र और जन विरोधी है।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के लिए प्रगतिशील नीतियां बनाने के बजाय सरकार उन पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ डाल रही है।
राणा ने कहा, “हिमाचल प्रदेश में बड़ी संख्या में छात्र रोजाना अपने स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों तक पहुंचने के लिए बसों में यात्रा करते हैं और एसएफआई की मांग है कि राज्य सरकार उन्हें मुफ्त सेवाएं प्रदान करे।”
उन्होंने कहा कि किराया वृद्धि का सबसे अधिक असर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले विद्यार्थियों पर पड़ेगा।
राणा ने हिमाचल प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर किराया वृद्धि के फैसले को वापस नहीं लिया गया तो विरोध तेज किया जाएगा।
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश