"Undue prominence to Hindi CPI MP writes to PM on Parliamentary panel

‘हिंदी फॉर हिंदुस्‍तान’ पर भड़के सीपीआई सांसद, कहा – ये इंडिया के लिए खतरनाक…

'हिंदी फॉर हिंदुस्‍तान' पर भड़के सीपीआई सांसद, कहा - ये इंडिया के लिए खतरनाक : "Undue prominence to Hindi..." CPI MP writes to PM Modi

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:43 PM IST, Published Date : October 12, 2022/12:13 pm IST

नई दिल्ली। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के केरल से राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र को पत्र लिखकर “राजभाषाओं पर संसद की समिति की 11वीं रिपोर्ट” के खिलाफ आपत्ति जताते हुए कहा है कि रिपोर्ट हिंदी को भारत का बनाने के लिए अनुचित महत्व देती है। प्रमुख भाषा। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

यह भी पढ़े : Agriculture Tax: अब गाय-भेड़ के डकारने पर भी देना होगा टैक्स! सरकार ने लिया चौंकाने वाला फैसला

पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में, विश्वम ने कहा, “मैं ‘राजभाषाओं पर संसद की समिति की 11 वीं रिपोर्ट’ के खिलाफ अपनी कड़ी आपत्ति उठाने के लिए लिखता हूं, जो हिंदी को भारत की प्रमुख भाषा बनाने के लिए अनुचित महत्व देता है। एक राष्ट्र के रूप में। कई भाषाओं में, दूसरों के बहिष्कार के लिए हिंदी को थोपना गहरा आपत्तिजनक है और संविधान की 8 वीं अनुसूची में मान्यता प्राप्त 21 अन्य आधिकारिक भाषाओं के महत्व को खतरा है।”

यह भी पढ़े :  मानवता हुई शर्मसार, चित्तूर में हुई ऐसी घटना, सुनकर नहीं होगा यकीन… 

उच्च सदन के सांसद ने दावा किया कि रिपोर्ट में सिफारिशें विभाजनकारी और खतरनाक पदों को प्रतिध्वनित करती हैं जो ‘भारत के विचार’ को अपूरणीय क्षति का कारण बनेंगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट का केंद्रीय सिद्धांत ‘हिंदी फॉर हिंदुस्तान’ भारत की विविधता की पूरी तरह से अस्वीकृति है और शैक्षणिक संस्थानों से लेकर सार्वजनिक कार्यालयों तक सभी केंद्र सरकार के संस्थानों में हिंदी को लागू करने की सिफारिश करता है।