हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने एआईएफएफ के सहयोग से जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी की शुरुआत की

हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने एआईएफएफ के सहयोग से जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी की शुरुआत की

हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने एआईएफएफ के सहयोग से जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी की शुरुआत की
Modified Date: July 31, 2025 / 04:28 pm IST
Published Date: July 31, 2025 4:28 pm IST

जयपुर, 31 जुलाई (भाषा) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के सहयोग से बृहस्पतिवार को राजस्थान के उदयपुर के निकट ज़ावर में जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी की शुरुआत की।

एक बयान के अनुसार यह भारत का पहला प्रौद्योगिकी-संचालित आवासीय फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र है जो विशेष रूप से लड़कियों के लिए है।

बयान में बताया गया कि अकादमी ने पांच राज्यों से चयनित 20 अंडर-15 खिलाड़ियों के अपने पहले बैच को नामांकित किया है और फुटबॉल कौशल की निगरानी और विकास के लिए एक अनूठी प्रौद्योगिकीसं-संचालित प्रणाली, एफ-क्यूब का उपयोग करेगी।

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एआईएफएफ परिचालन प्रोटोकॉल, कोचिंग सहायता और प्रतिभावान खिलाड़ियों की खोज में सहायता समेत रणनीतिक व तकनीकी मार्गदर्शन करेगा।

हिंदुस्तान जिंक की अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने बयान में बताया कि यह पहल खेल और जमीनी स्तर पर विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने विश्वास व्यक्त किया कि अकादमी आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करेगी।

कल्याण चौबे ने कहा, “यह वेदांता और हिन्दुस्तान जिंक़ की समाज के विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। एआईएफएफ के मार्गदर्शन में, अगले पांच वर्षों में जिंक फुटबॉल गर्ल्स अकादमी से कई खिलाडी़ भारत की ओर से खेलने का सपना देख सकते हैं।

उन्होंने बताया कि शुरुआती बैच में राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और झारखंड समेत विभिन्न राज्यों की 20 बालिका शामिल हैं। अगले 12-18 महीनों में अकादमी की इनकी संख्या बढ़ाकर 60 करने की भी योजना है। अकादमी, पूरी तरह से सुसज्जित आवासीय छात्रावास है।

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम इन बच्चों को पेशेवर फुटबॉलर बनने के लिए सभी अवसर और सही मार्गदर्शन करेगा, साथ ही उनकी औपचारिक शिक्षा का भी ध्यान रखेगा।

बयान के अनुसार इस सुविधा में फीफा-गुणवत्ता वाले टर्फ, लाइसेंस प्राप्त कोच और शैक्षिक सहायता उपलब्ध है, तथा अगले 18 महीनों में इसमें 60 लड़कियों को शामिल करने की योजना है।

भाषा कुंज जोहेब

जोहेब


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