श्रीनगर, सात दिसंबर (भाषा) सेना की चिनार कोर के पूर्व कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डी पी पांडे ने शनिवार को उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर के नव निर्वाचित प्रतिनिधि केंद्र शासित प्रदेश में कड़ी मेहनत से अर्जित शांति एवं स्थिरता को खतरे में नहीं पड़ने देंगे।
पांडे ने यहां एसकेआईसीसी में कश्मीर साहित्य महोत्सव के दौरान पत्रकारों से कहा कि कश्मीर के लोगों को शांति और स्थिरता को मजबूती से अपने बच्चों की तरह संभाल कर रखना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चारों ओर मुस्कुराते हुए चेहरे देख सकता हूं। मुझे लगता है कि यह बड़ा सकारात्मक बदलाव हो रहा है। मुझे लगता है कि पिछले पांच से छह साल में उम्मीद की एक किरण जगी है। यह शांति और स्थिरता पहले भी आई थी, लेकिन कश्मीर के लोगों ने इसे खो दिया।’’
श्रीनगर स्थित चिनार कोर के पूर्व कोर कमांडर ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि उन्होंने बड़ी मुश्किल से जो हासिल किया है, उसे वे मजबूती से थामे रखेंगे और अपने बच्चों की तरह उसे संभाल कर रखेंगे और उसे प्रोत्साहित करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखना जरूरी है, ताकि भावी पीढ़ियों को वह अशांत माहौल न देखना पड़े, जो पिछली पीढ़ियों को सहना पड़ा।
पांडे ने 18 मार्च, 2021 से नौ मई, 2022 तक चिनार कोर के कोर कमांडर के रूप में सेवाएं दीं।
उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र शासित प्रदेश में नव निर्वाचित सरकार ऐसी किसी भी कार्रवाई की अनुमति नहीं देगी, जिससे शांति भंग हो।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों और सुरक्षा बलों के सहयोग से शांति और स्थिरता हासिल हुई है।
उन्होंने साहित्य महोत्सव का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यहां के युवा भी चाहते हैं कि इस तरह के बौद्धिक कार्यक्रम हों।…’’
पांडे ने कहा, ‘‘जब साहित्य महोत्सव का आयोजन होता है, तो यह दर्शाता है कि युवाओं के साथ-साथ समाज के अन्य वर्ग भी किताबों के बारे में जागरूक हो रहे हैं, जो सामान्य स्थिति की ओर अंतिम कदम है।’’
उन्होंने युवाओं को नशीले पदार्थों, कट्टरपंथ और चरमपंथ से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि ये केवल विनाश की ओर ले जाएंगे।
पांडे ने कहा कि अतीत के बारे में बात करने के बजाय युवाओं को भविष्य की ओर देखना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य बहुत उज्ज्वल है… लेकिन, अगर आप किसी और के लिए काम करते हैं, तो आपका भविष्य कभी उज्ज्वल नहीं होगा। मैं युवाओं के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’
भाषा
सिम्मी दिलीप
दिलीप