Differences in NDA Allies: अब होगा NDA में भीषण घमासान!.. ये छोटी पार्टी करने वाली है बड़ी मांग!.. बिलकुल भी नहीं मानेंगे PM मोदी..
मांझी ने दावा करते हुए कहा कि है कि उनकी तैयारी बिहार की 70 से 100 सीटों पर है लेकिन 25 से कम सीट पर किसी हाल में समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 2015 में हमारी पार्टी ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
Huge differences between NDA allies | Bihar Assembly Election Live Update
पटना: आगामी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से भी सियासी खेल शुरू हो गया है। चुनाव में एभी एक साल से अधिक का समय शेष बचा है लेकिन अभी से ही सीटों को लेकर दावेदारी पेश होने लगी है। बिहार एनडीए में एक बार फिर से घमासान के आसार दिख रहे हैं। एनडीए में हम सांसद और केंद्रीय मंत्री शामिल जीतन राम मांझी ने बीजेपी और जेडीयू की टेंशन बढ़ा दी है।
Huge differences between NDA allies
दरअसल, बिहार में जिस तरह से सत्ता की चाबी हमेशा नीतीश कुमार के पास होती है उसी तरह जीतन राम मांझी की हम पार्टी भी दो-चार विधायकों के दम पर सरकार में बनी रहती है। बिहार में सरकार चाहे किसी भी गठबंधन की हो, उसमें मांझी की पार्टी सहयोगी की भूमिका में जरूर होती है। सिसायत की बड़ी समझ रखने वाले मांझी भी समय की नजाकत को देखकर पलटी मारते हैं और आए दिन तरह-तरह के बयान देकर अपने ही सहयोगियों की टेंशन बढ़ाते रहते हैं।
Jitan Ram Manjhi’s demand from BJP
पटना में आयोजित अभिनंदन समारोह में जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर बहुत सारी बातें कहीं और खुले मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खूब गुणगान किया लेकिन अब जीतन राम मांझी ने जेडीयू और बीजेपी दोनों की टेंशन बढ़ा दी है। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार विधासभा की 25 सीटों पर दावा ठोक दिया है और कहा है कि इससे कम सीटों पर इस बार हम नहीं मानेंगे।
Bihar Assembly Election Live Update
मांझी ने दावा करते हुए कहा कि है कि उनकी तैयारी बिहार की 70 से 100 सीटों पर है लेकिन 25 से कम सीट पर किसी हाल में समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 2015 में हमारी पार्टी ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस बार भी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे बाकी सीटों पर सहयोगियों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का संगठन पूरे बिहार में मौजूद है। हर जिले में कार्यकर्ता मजबूती से काम कर रहे हैं। जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है।
Bangladesh had 56% reservation in Govt Jobs.
Public did huge protest against reservation, now Reservation has been cut down to just 7%. Reservation to Minorities also removed.
India has 60% reservation, Rahul Gandhi fought election to increase quota to 90%.
When world is…
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) July 21, 2024

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