मानव-वन्यजीव संघर्ष : शीर्ष अधिकारियों ने किया पौड़ी का दौरा, छात्रों हेतु वाहनों का प्रबंध

मानव-वन्यजीव संघर्ष : शीर्ष अधिकारियों ने किया पौड़ी का दौरा, छात्रों हेतु वाहनों का प्रबंध

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  • Publish Date - December 8, 2025 / 10:12 PM IST,
    Updated On - December 8, 2025 / 10:12 PM IST

पौड़ी/रुद्रप्रयाग, आठ दिसंबर (भाषा) उत्तराखंड में पौड़ी जिले में बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उच्चाधिकारियों का एक दल सोमवार को पौड़ी पहुंचा जबकि रुद्रप्रयाग जिले में छात्रों को सुरक्षित स्कूलों तक पहुंचाने के लिए एक दर्जन से अधिक वाहनों की व्यवस्था की गयी है।

पौड़ी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले दिनों भालू, बाघ और तेंदुए के हमलों की घटनाओं में अनेक व्यक्तियों की जान चली गयी और कई अन्य घायल हो गए।

बढ़ते मानव-वन्यजीव संघर्ष को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण करने तथा आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये थे ।

इसके अनुपालन में राज्य के प्रमुख वन सचिव आर के सुधांशु तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जिले की पौड़ी तहसील के गजल्ड गांव का दौरा किया जहां हाल में तेंदुए ने हमला कर राजेन्द्र नौटियाल नाम के व्यक्ति को मार डाला था ।

सुधांशु ने नौटियाल के परिजनों से भेंट कर सरकार की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त की और प्रभावित परिवार को मुआवजे का चेक प्रदान किया ।

प्रमुख सचिव (वन) ने गजल्ड में हुई घटना को लेकर जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और ग्रामीणों के सहयोग की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान सरकारी तंत्र और जनसहभागिता के आपसी सहयोग में निहित है।

सुधांशु ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आदमखोर तेंदुए से निपटने के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का जायज़ा लेने के बाद ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी वन्यजीव संबंधी शिकायतें सुनीं और उन्हें शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।

उन्होंने ग्रामीणों से मानव-वन्यजीव संघर्ष के न्यूनीकरण हेतु सुझाव भी लिए ।

प्रमुख सचिव (वन) ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की तथा उन्हें ग्रामीणों को ‘क्या करें-क्या न करें’ आधारित जनजागरुकता सामग्री तैयार कर वितरित करने, रेंज एवं वन पंचायत स्तर पर व्हाट्सएप समूहों के साथ-साथ प्रभागीय स्तर पर सोशल मीडिया मंच का वन्यजीव गतिविधियों से संबंधित सूचनाओं के प्रसार के लिए करने के निर्देश दिए ।

उधर, रुद्रप्रयाग जिले में भालू तथा अन्य आक्रामक वन्य जीवों के हमलों से सुरक्षा के लिए स्कूली बच्चों के लिए एक दर्जन से अधिक वाहनों की व्यवस्था की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि 13 वाहनों से दूरदराज के छात्र-छात्राओं‌ को उनके घर से स्कूल और स्कूल से घर छोड़ने की व्यवस्था की गई है।

रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देश पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बच्चों के लिए यह व्यवस्था नि:शुल्क की है। बच्चों के अभिभावकों की मांग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर सोमवार को यह व्यवस्था शुरू की गयी जिससे वन्य जीव प्रभावित क्षेत्रों के 28 गांवों के लगभग 200 से अधिक बच्चों को वाहन की सुविधा दी जाएगी ।

भाषा सं दीप्ति

राजकुमार

राजकुमार