श्रीनगर, 25 फरवरी (भाषा) अलगाववादी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम को लेकर भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच बनी सहमति का बृहस्पतिवार को स्वागत किया और कहा कि इससे वहां के ‘‘परेशान’’ लोगों को एक बड़ी राहत मिलेगी।
मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत गुट ने एक बयान में कहा, ‘यह सही दिशा में उठाया गया एक कदम है, जिससे नियंत्रण रेखा के पास लगातार खतरे में रह रहे लोगों को बड़ी राहत मिलगी और वहां रक्तपात समाप्त होगा।’
हुर्रियत ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सरकारों को जम्मू-कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए की इसकी मुख्य चिंता को दूर करने की जरूरत है।
अलगाववादी समूह ने कहा कि ‘इस चिंता को दूर करने के लिए वार्ता सबसे अच्छा माध्यम है और हमने हमेशा इसकी वकालत की है।’
बृहस्पतिवार को जारी एक संयुक्त बयान के अनुसार, भारत और पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य क्षेत्रों में संघर्षविराम पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने पर सहमति जतायी है।
भाषा कृष्ण अमित
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