मैंने अपने तीन बच्चों के बीच कभी भेदभाव नहीं किया: नीता अंबानी

मैंने अपने तीन बच्चों के बीच कभी भेदभाव नहीं किया: नीता अंबानी

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  • Publish Date - October 26, 2023 / 08:33 PM IST,
    Updated On - October 26, 2023 / 08:33 PM IST

(फाइल फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 26 अक्टूबर (भाषा) एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने कहा है कि लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं, इस सीख की शुरुआत उन्हें अपने घर से ही करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपने तीन बच्चों के बीच कभी भेदभाव नहीं किया और उन्होंने अपने बच्चों को उत्तराधिकार की योजना में रिलायंस समूह में बराबर हिस्सा दिया है।

मुकेश और नीता की तीन संतान-जुड़वां ईशा और आकाश (32) तथा अनंत (28) हैं। इन तीनों को हाल में भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी के बोर्ड में शामिल किया गया और इसके लगभग तीन समान कार्यक्षेत्रों को संभालने के लिए तैयार किया जा रहा है।

ईशा की शादी पीरामल समूह के अजय और स्वाति पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से हुई है। ईशा को खुदरा क्षेत्र के लिए, आकाश को डिजिटल, टेलीकॉम के लिए और अनंत को नए ऊर्जा व्यवसाय के लिए तैयार किया जा रहा है।

नीता अंबानी ने ‘सीएनबीसी इंटरनेशनल’ के साथ एक साक्षात्कार में पति मुकेश के साथ रिश्तों से लेकर अपने पारिवारिक जीवन के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि दोनों एक दूसरे से काफी कुछ सीखते हैं और मुकेश अपने समय से बहुत आगे की सोचते हैं।

नीता ने कहा कि वह हमेशा अपने बच्चों से कहती हैं कि सबसे महत्वपूर्ण निर्णय सही जीवनसाथी चुनना है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुकेश को पाकर बहुत भाग्यशाली हूं, जो मेरे सबसे अच्छे दोस्त और मेरे जीवनसाथी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और, आप जानते हैं, अपने बच्चों और पोते-पोतियों का पालन-पोषण करते हुए हमने जीवन की यात्रा का आनंद लिया है।’’

नीता ने कहा कि दोनों अब भी वही काम करना पसंद करते हैं जो वे युवावस्था में करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘वह मुझे ड्राइव पर ले जाते हैं। हमें हिंदी संगीत सुनना, स्ट्रीट फूड खाना पसंद है। मुझे सड़क पर भेल खाना पसंद है और उन्हें डोसा इडली अच्छा लगता है।’’

नीता ने कहा, ‘‘तो, हम अब भी वही करना पसंद करते हैं जो हम करना पसंद करते थे। ये वे मूल्य हैं जिन्हें हम वास्तव में हर दिन अपने परिवार के साथ जीते हैं, अपने बड़ों का सम्मान करते हैं, ईमानदार, विनम्र रहते हैं। मुझे लगता है कि ज्यादा कुछ नहीं बदला है।’’

बच्चों के बारे में उन्होंने कहा कि ईशा, जो जुड़वां बच्चों की मां हैं, नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र (एनएमएसीसी) की शुरुआत के लिए तैयार हैं। यह मुंबई में कला के क्षेत्र में अपनी तरह का पहला, बहु-विषयक सांस्कृतिक स्थान है।

उन्होंने कहा, ‘‘अब वह (ईशा) हमारे खुदरा (व्यवसाय) का नेतृत्व कर रही है।’’ नीता ने कहा, ‘‘मैंने कभी भी ईशा, आकाश और अनंत के बीच अंतर नहीं किया है।’’

यह रिलायंस समूह में जिम्मेदारी सौंपने में भी परिलक्षित हुआ है। ईशा की शादी पीरामल परिवार में हुई है, लेकिन उन्हें कारोबार में अपने भाइयों के बराबर हिस्सा मिल रहा है। नीता ने कहा, ‘‘आकाश, ईशा और अनंत तथा बहुत सारी युवा पीढ़ी रिलायंस और भारत के लिए अगला नेतृत्व बनने जा रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उन तीनों में, मैं अलग-अलग गुण देखती हूं। अपने सबसे छोटे बेटे अनंत में, मैं एक दयालु युवक को देखती हूं जो संरक्षण में, दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने में विश्वास रखता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आकाश जियो के माध्यम से डिजिटल क्रांति का नेतृत्व कर रहा है। ईशा रिलायंस फाउंडेशन में सक्रिय रुचि लेने के अलावा खुदरा कारोबार का नेतृत्व कर रही है। वे तीनों रिलायंस में काम करने के लिए बहुत प्रतिबद्ध हैं। उनकी अपनी ताकत है।’’

भरतनाट्यम नृत्यांगना नीता ने कहा कि एनएमएसीसी की स्थापना की प्रेरणा उन्हें तब मिली जब उन्होंने क्रिकेट विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया और सिडनी ओपेरा हाउस देखा। उन्होंने कहा, ‘‘उस समय, मैंने सोचा, भारत में ऐसा कुछ क्यों नहीं हो सकता? तो यह विचार वास्तव में उस समय ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुआ। और अब इसे जीवन में लाने में हमें एक दशक लग गया है।’’

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की सदस्य नीता ने कहा कि भारत ओलंपिक की मेजबानी के लिए बिल्कुल तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह हम भारत में ओलंपिक आयोजित करना पसंद करेंगे, उसी तरह ओलंपिक भी भारत के 1.4 अरब लोगों की अनदेखी नहीं कर सकता।’’

भाषा आशीष देवेंद्र

देवेंद्र