(तस्वीर सहित)
कोलकाता, नौ नवंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय से बाहर आने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और वह राज्य में कथित स्कूल रोजगार घोटाले की जांच में केंद्रीय एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
अभिषेक बनर्जी बंगाल में कथित स्कूल रोजगार घोटाले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 10 मिनट पर कोलकाता में ईडी कार्यालय पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी दोपहर के ठीक बाद केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय से बाहर निकले।
टीएमसी सांसद ने कहा कि उन्होंने एजेंसी को लगभग छह हजार पन्नों का जवाब और उसके द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज सौंपे हैं।
ईडी कार्यालय के बाहर संवाददाताओं से उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा जांच में सहयोग किया है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। अगर मुझे दोबारा समन भेजा गया तो मैं ईडी के सामने पेश होने के लिए तैयार हूं। मैंने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना विस्तृत जवाब सौंप दिया है।’’
रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने के आरोप का सामना कर रहीं पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा के समर्थन में बनर्जी ने कहा कि जो कोई भी सरकार से सवाल कर रहा है, उसे केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है।
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव बनर्जी ने सवाल किया कि किसी सांसद के खिलाफ एक भी आरोप साबित किए बिना उसके खिलाफ कार्रवाई कैसे शुरू की जा सकती है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘जो कोई भी अडाणी के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछ रहा है उसे परेशान किया जा रहा है। महुआ मोइत्रा पर आरोप साबित होने से पहले ही लोकसभा की आचार समिति उनके खिलाफ कोई कार्रवाई कैसे कर सकती है?’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘समिति ने अभी तक भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे विपक्षी सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करने में बहुत तत्पर है।’’
टीएमसी नेता ने लड़ाई जारी रखने के लिए मोइत्रा की सराहना की।
माना जा रहा है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’’ के आरोपों की जांच कर रही लोकसभा आचार समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव डालने वाले ‘‘अनैतिक आचरण’’ के आधार पर उन्हें संसद के निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की है।
बनर्जी ने सवाल किया, ‘‘अगर उनके पास कोई सबूत नहीं है तो आचार समिति निष्कासन की सिफारिश कैसे कर सकती है?’’
भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति अपनी मसौदा रिपोर्ट को अपनाने के लिए बृहस्पतिवार शाम बैठक कर रही है, जिस पर समिति के विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध किए जाने की संभावना है।
उधर, टीएमसी नेताओं ने भी भाजपा पर निशाना साधा।
टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘भाजपा अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए सीबीआई और ईडी का उपयोग कर रही है। अभिषेक बनर्जी को बार-बार समन भेजना राजनीतिक दबाव के अलावा कुछ नहीं है। भाजपा ‘अभिषेक फोबिया’ से पीड़ित है क्योंकि वह हमसे राजनीतिक रूप से लड़ने में असमर्थ है। उसे अभिषेक बनर्जी से बहुत डर लगता है।’’
वरिष्ठ टीएमसी नेता ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी अभिषेक के परिवार के सदस्यों को भी परेशान कर रही हैं।
टीएमसी ने मंगलवार को भाजपा की आलोचना करते हुए इसकी तुलना ‘‘वॉशिंग मशीन’’ से की और कहा कि इसमें शामिल होने वाले भ्रष्ट व्यक्तियों को अच्छा बताया जाने लगता है।
भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने बनर्जी को परेशान करने के लिए सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करने संबंधी टीएमसी के आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उन्हें कोई शिकायत है तो वे अदालत जा सकते हैं। जब भी टीएमसी नेताओं को सीबीआई या ईडी द्वारा तलब किया जाता है तो वे हमें (भाजपा) दोषी ठहराते हैं। पूरा देश जानता है कि टीएमसी भ्रष्ट पार्टी है।’’
भाषा
खारी नरेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Kaisa Rahega Aaj Ka Mausam : आज से बदलेगा मौसम…
50 mins agoउत्तर प्रदेश के नोएडा में सोसायटी की छत से गिरा…
60 mins ago