हिप्र में श्रद्धालु स्थानीय देवता की पालकी के दर्शन के लिए एकत्रित हुए

हिप्र में श्रद्धालु स्थानीय देवता की पालकी के दर्शन के लिए एकत्रित हुए

हिप्र में श्रद्धालु स्थानीय देवता की पालकी के दर्शन के लिए एकत्रित हुए
Modified Date: December 14, 2025 / 04:00 pm IST
Published Date: December 14, 2025 4:00 pm IST

नाहन (हिमाचल प्रदेश), 14 दिसंबर (भाषा) हिमाचल-उत्तराखंड सीमा पर स्थित सिरमौर जिले में टोंस नदी पर बने मीनस पुल पर हजारों श्रद्धालु स्थानीय देवता श्री चलदा महासू महाराज की पालकी के दर्शन के लिए एकत्रित हुए।

यह पहली बार है, जब देवता की पालकी राज्य में पहुंची है।

उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने महाराज के आगमन पर राज्य की जनता को बधाई दी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जिसका सदियों से इंतजार किया जा रहा था।

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हजारों श्रद्धालुओं के साथ पालकी में विराजमान देवता शनिवार रात हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार माने जाने वाले मीनस पुल पर पहुंचे। देवता एक वर्ष तक शालाई क्षेत्र के पश्मी गांव स्थित मंदिर में विराजमान रहेंगे।

जुलूस में शामिल पुजारी दीवान सिंह राणा ने कहा कि उनके (महाराज) आगमन से क्षेत्र में शांति और समृद्धि आएगी।

सिरमौर जिले के ट्रांस गिरी क्षेत्र के सांस्कृतिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि परंपरा के अनुसार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के परिवार सदियों से महाराज को अपने कुल देवता के रूप में पूजते आ रहे हैं।

भाषा

शुभम दिलीप

दिलीप


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