असम के सामागुरी में उपचुनाव के मद्देनजर हिंसा की घटनाएं सामने आयीं
असम के सामागुरी में उपचुनाव के मद्देनजर हिंसा की घटनाएं सामने आयीं
नगांव (असम), 10 नवंबर (भाषा) असम में सामागुरी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर हिंसा की घटनाओं के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस ने पिछले 24 घंटे में एक-दूसरे के समर्थकों को निशाना बनाते हुए गोलियां चलाए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
यह भी आरोप लगाया गया है कि हिंसा पर रिपोर्टिंग करने गए तीन पत्रकारों से कांग्रेस समर्थकों ने मारपीट की। हिंसा की यह घटना शनिवार को हुई।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भाजपा कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के लिए ‘‘अंधेरे की आड़ में हिंसा करने’’ के लिए कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसी को भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने नहीं दिया जाएगा।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें सामागुरी के मारी पुठिखैती गांव में गोलीबारी की एक घटना की जानकारी मिली। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के घर से सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक जीतू गोस्वामी के वाहन पर एक गोली चलायी गयी।’’
उन्होंने बताया कि वाहन में गोस्वामी और भाजपा नेता सुरेश बोरा यात्रा कर रहे थे। हालांकि, घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ।
अधिकारी ने कहा, ‘‘वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के पूर्व आंचलिक पंचायत सदस्य इस्माइल हुसैन के बेटे इमाम उद्दीन पर गोली चलायी, जिससे उन्हें पैर में चोट आयी है।’’
उन्होंने बताया कि घायल उद्दीन को उपचार के लिए एक नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने कहा कि इन आरोपों की पुष्टि की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि रातभर में निर्वाचन क्षेत्र में कई स्थानों पर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के समर्थकों के बीच झड़प में कम से कम छह वाहनों में तोड़फोड़ की गयी।
आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने धुबरी से सांसद रकीबुल हुसैन के बेटे तंजील को प्रत्याशी बनाया है जबकि भाजपा ने डी. रंजन शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
मुख्यमंत्री शर्मा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं असम कांग्रेस के समर्थकों द्वारा सामागुरी में माननीय विधायक श्री जीतू गोस्वामी पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। यह वही कांग्रेस है जो कैमरे पर दिखाने के लिए गर्व से संविधान की प्रति पकड़ती है और हमारे कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के लिए अंधेरे की आड़ में हिंसा करती है।’’
कांग्रेस की आलोचना करते हुए विधायक गोस्वामी ने ‘‘मतदाताओं को डराने के लिए सांसद रकीबुल के नेतृत्व में’’ हमलावरों के खिलाफ तत्काल दंडनीय कार्रवाई करने की मांग की।
पत्रकारों ने रविवार को हमले के खिलाफ सामागुरी में धरना प्रदर्शन किया और दोषियों को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की।
अपने बेटे के पहले चुनावी मुकाबले के लिए आक्रामक प्रचार कर रहे हुसैन घटनास्थल पर पहुंचे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर भाजपा के कथित ‘‘बर्बर’’ हमले की निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तुरंत नगांव के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल डेका तथा अन्य पुलिस अधिकारियों को सूचित किया और उनसे कार्रवाई करने का अनुरोध किया। हालांकि, डेका और अन्य ने पत्रकारों के सामने निष्पक्ष जांच करने के बजाय कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया।’’
सामागुरी में उपचुनाव की घोषणा होने के बाद लगभग हर रोज हिंसा की घटनाएं दर्ज की गयी हैं।
भाषा गोला रंजन
रंजन

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