निर्दलीय सांसद सुमलता अम्बरीश ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की

निर्दलीय सांसद सुमलता अम्बरीश ने भाजपा में शामिल होने की घोषणा की

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  • Publish Date - April 3, 2024 / 03:29 PM IST,
    Updated On - April 3, 2024 / 03:29 PM IST

मांड्या (कर्नाटक), तीन अप्रैल (भाषा) निवर्तमान लोकसभा में मांड्या से निर्दलीय सांसद सुमलता अम्बरीश ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की घोषणा की।

इसी के साथ आगामी लोकसभा चुनाव में मांड्या से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मौजूदा प्रत्याशी और जनता दल (सेक्यूलर) नेता एच डी कुमारस्वामी को उनका समर्थन प्राप्त हो गया है।

अभिनय जगत से राजनीति में आईं 60 वर्षीय सुमलता ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं मांड्या नहीं छोड़ूंगी और आप आने वाले दिनों में मुझे यहां काम करते हुए देखेंगे। मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है।’’

सुमलता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के समर्थन से मांड्या सीट पर कुमारस्वामी के बेटे निखिल को हराया था।

पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जद (एस) पिछले साल सितंबर में राजग में शामिल हुई थी।

कर्नाटक में सीट बंटवारा समझौते के तहत भाजपा अब राज्य में 25 सीट पर चुनाव लड़ेगी जबकि जद(एस) मांड्या सहित शेष तीन सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।

सुमलता ने कहा कि वह निर्दलीय सांसद थीं, इसके बावजूद केंद्र की भाजपा सरकार ने मांड्या निर्वाचन क्षेत्र को चार हजार करोड़ रुपये का अनुदान दिया।

सुमलता ने मांड्या से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा उन्हें विश्वास में लेने के लिए भाजपा नेताओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझसे कहा कि भाजपा को मेरी जरूरत है और मुझसे पार्टी न छोड़ने का अनुरोध किया, तो मुझे उनका सम्मान करना ही था।’’

सुमलता के मुताबिक भाजपा ने उन्हें किसी और सीट से चुनाव लड़ने की पेशकश की लेकिन उन्होंने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि वह मांड्या की बहू होने के नाते इस जिले से जुड़े रहना चाहती हैं।

उन्होंने कहा कि उनके समर्थक चाहते थे कि वह कांग्रेस में शामिल हो जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी को उनकी जरूरत महसूस नहीं हुई, न तो पहले, न अभी और न ही भविष्य में। ऐसे में एक स्वाभिमानी व्यक्ति इन शब्दों को सुन कैसे कांग्रेस में जा सकता है।’’

सुमालता ने अपने भावुक भाषण में मांड्या के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के बारे में बताया क्योंकि उनके पति स्वर्गीय अंबरीश इसी जिले से थे।

भाषा धीरज वैभव

वैभव