देश में 118 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले सबसे कम

देश में 118 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले सबसे कम

देश में 118 दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामले सबसे कम
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: September 27, 2022 11:13 am IST

नयी दिल्ली, 27 सितंबर (भाषा) भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 3,230 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या 4,45,75,473 हो गई। पिछले 118 दिन में सामने आए यह सबसे कम दैनिक मामले हैं। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 42,358 हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से 32 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,28,562 पर पहुंच गई है। इन 32 मामलों में वे 22 लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीजों की सूची में जोड़े हैं।

आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 42,358 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.10 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,057 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.72 प्रतिशत हो गई है।

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मंत्रालय के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 1.18 प्रतिशत, जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.58 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 217.82 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे।

देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 10 मामले सामने आए, जिनमें से पश्चिम बंगाल के तीन और महाराष्ट्र के दो मरीज थे।

भाषा निहारिका प्रशांत

प्रशांत


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