इंस्टाग्राम रील्स, डेस्टिनेशन शादियां और अनूठे आभूषणों ने तय किए 2025 के ‘शादी ट्रेंड्स’

इंस्टाग्राम रील्स, डेस्टिनेशन शादियां और अनूठे आभूषणों ने तय किए 2025 के ‘शादी ट्रेंड्स’

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  • Publish Date - December 24, 2025 / 01:17 PM IST,
    Updated On - December 24, 2025 / 01:17 PM IST

(तिरुमय बनर्जी)

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) इंस्टाग्राम पर ‘शोशेबाजी’ के लिए शादी से पहले (प्री-वेडिंग) वीडियो बनवाने से लेकर किसी दूरस्थ या पर्यटक स्थल पर विवाह बंधन में बंधने (डेस्टिनेशन वेडिंग) और ‘ट्रेंड’ में चल रहे अनोखे आभूषणों के साथ 2025 भारत में शादियों के लिहाज से बेहद रंगीन और चकाचौंध भरा साल बनकर उभरा।

सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बावजूद युवा जोड़ों ने अपने जीवन के इस खास दिन को पूरे ठाठ-बाट और शान-ओ-शौकत के साथ मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

जहां क्रिकेटर स्मृति मंधाना और संगीतकार पलाश मुच्छल जैसी हाई-प्रोफाइल शादी रद्द होने की खबरों ने सुर्खियां बटोरीं, वहीं इसी साल कई चर्चित शादियां भी देखने को मिलीं। आदर जैन-आलेखा आडवाणी, नेत्रा मंटेना-वामसी गडिराजू और गायक अरमान मलिक-आशना श्रॉफ की शादियां सोशल मीडिया पर खूब चर्चित रहीं।

सेलिब्रिटी की दुनिया से बाहर भी उच्च मध्यम वर्ग और मध्यम वर्ग के परिवारों में भव्य शादियों का चलन तेजी से बढ़ा।

वेडटेक मंच ‘वेडमीगुड’ के मुताबिक, 2025 में शादी पर खर्च में करीब आठ प्रतिशत की वृद्धि हुई और इस मंच पर शादी का औसत बजट लगभग 39.5 लाख रुपये तक पहुंच गया।

इस उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि 2026 में यह खर्च और बढ़ेगा, जिसकी वजह डेस्टिनेशन कार्यक्रम, व्यक्तिगत पसंद या थीम आधारित कार्यक्रम (क्यूरेटेड एक्सपीरियंस) और सोशल मीडिया पर ‘रील’ पोस्ट के लिए आयोजित होने वाले समारोह होंगे।

‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ का चलन भी साफ तौर पर बढ़ा। वेडमीगुड की सह-संस्थापक मेहक शाहानी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘2025 में हर चार में से एक शादी डेस्टिनेशन वेडिंग थी।’’

उन्होंने बताया, ‘‘एक करोड़ रुपये से अधिक बजट वाली शादियों में 60 प्रतिशत से ज्यादा डेस्टिनेशन समारोह थे। पिछले साल जहां एक औसत डेस्टिनेशन वेडिंग पर करीब 51.1 लाख रुपये खर्च होते थे, वहीं 2025 में यह बढ़कर लगभग 58 लाख रुपये हो गया।’’

शाहानी ने बताया कि देश में जयपुर, गोवा, देहरादून, मसूरी, ऋषिकेश, शिमला, जिम कॉर्बेट, उदयपुर, जैसलमेर और जोधपुर शादियों के लिए सबसे पसंदीदा स्थान रहे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाली, वियतनाम, थाईलैंड और मलेशिया भारतीय जोड़ों की पहली पसंद बने।

बी2बी यात्रा के लिए ऑनलाइन सेवा देने वाली ‘कोट्रैव’ के अनुसार, 2025 में शादी पर खर्च बढ़ने की वजह शादियों की संख्या में इजाफा नहीं, बल्कि उनका ज्यादा अनुभव-आधारित और पेशेवर तरीके से आयोजित होना रहा।

कोट्रैव के सह-संस्थापक और सीटीओ विनोद कुमार साह ने बताया, ‘‘इस साल हमारे अनुभव में करीब 60 महंगी डेस्टिनेशन शादियां शामिल रहीं। आज एक पांच सितारा डेस्टिनेशन शादी का बजट आमतौर पर तीन करोड़ रुपये से ऊपर होता है।’’

उन्होंने बताया, ‘‘इन बजट की एक स्पष्ट संरचना होती है जिसमें 20-25 प्रतिशत बजट शाही अंदाज वाले आयोजन स्थल पर, 10-15 प्रतिशत बजट मेहमानों और परिवार की यात्रा पर तथा करीब 10 प्रतिशत बजट कलाकारों और क्रू साजोसामान पर खर्च होता है। बाकी का 50-50 प्रतिशत बजट साज-सज्जा, खान-पान और जश्न समारोहों पर होता है।’’

शादी समारोहों पर तो खर्च बढ़ा ही है और इसमें फोटोग्राफी के एक नए ट्रेंड की भी अहम भूमिका है। 2025 में इस क्षेत्र में कुछ अहम बदलाव देखने को मिले। युगल अब ऐसे ‘शूट्स’ को प्राथमिकता देने लगे, जो इंस्टाग्राम के लिहाज से आकर्षक हो और सोशल मीडिया पर तुरंत लोगों की नजरों में आए।

शादी के आभूषणों का बाजार इस साल एक अलग ही चुनौती से जूझता नजर आया। सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। 22 दिसंबर तक सोने की कीमत एक जनवरी 2025 के मुकाबले प्रति 10 ग्राम 58,810 रुपये या 74.07 प्रतिशत बढ़ गई। वहीं, चांदी की कीमतें तो साल भर में दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गईं।

आभूषण विक्रेताओं का मानना है कि इस तेजी का असर 2025-26 वित्त वर्ष में शादी के आभूषणों की बिक्री वृद्धि पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रिकॉर्ड सोने की कीमतों की वजह से पुराने आभूषणों को नए डिजाइन में बनवाने में भी इजाफा हुआ है।

‘ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल ’ (जीजेसी) के चेयरमैन राजेश रोकड़े ने बताया, ‘‘भारत में औसतन हर साल 40-50 लाख शादियां होती हैं। 2024-25 में शादी के आभूषणों की बिक्री मूल्य के लिहाज से पिछले साल की तुलना में 30-40 प्रतिशत बढ़ी है।’’

होटल श्रृंखलाओं ने भी शादी क्षेत्र में मजबूत वृद्धि की रिपोर्ट दी है और नवंबर-फरवरी के ‘पीक’ शादी सीजन से बड़ी उम्मीदें जताई हैं।

‘शेराटन ग्रैंड पुणे’ के महाप्रबंधक सुप्रीत रॉय के अनुसार, ‘‘इंडस्ट्री के अनुमान बताते हैं कि 2025 में होटलों में शादी करने का कारोबार 10-12 प्रतिशत बढ़ा है और नवंबर से फरवरी के दौरान इसमें और तेजी आने की संभावना है।’’

रॉय के मुताबिक, ‘पर्सनलाइजेशन’ सबसे बड़ा व्यवहारिक बदलाव रहा, जिसमें व्यक्तिगत पसंद के अनुसार साज-सज्जा के कॉन्सेप्ट्स, थीम आधारित ‘एंट्री’, खास तौर पर डिजाइन की गयी व्यंजन सूची और क्षेत्रीय व्यंजनों का लुत्फ उठाने में 15-20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जिससे प्रति मेहमान खर्च भी बढ़ा।

शादी उद्योग को 2026 के लिए न सिर्फ ज्यादा मुनाफे बल्कि शादी में डिजिटल तकनीक अपनाने की दिशा में तेज रफ्तार की उम्मीद है।

शाहानी का कहना है, ‘‘भुगतान, प्लानिंग उपकरणों और मेहमानों के साजोसामान- हर स्तर पर डिजिटल अपनाने का दायरा बढ़ेगा। शादी के लिए सेवाएं उपलबध कराने वाले विक्रेताओं के बीच कृत्रिम मेधा (एआई) और तकनीक का इस्तेमाल भी बढ़ेगा।’’

आभूषणों की ऊंची कीमतों के बावजूद भारत का शादी बाजार अब भी चमक रहा है तथा 2026 को और भी सुनहरा बनाने का वादा करता दिख रहा है।

भाषा गोला मनीषा

मनीषा