(Shyam Dhani IPO/ Image Credit: Meta AI)
Shyam Dhani Industries IPO: श्याम धानी इंडस्ट्रीज का आईपीओ सोमवार, 22 दिसंबर को शुरू हुआ और तीन दिन में ही इसमें निवेशकों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। यह एक NSE SME प्लेटफॉर्म का आईपीओ है और ग्रे मार्केट से लेकर सब्सक्रिप्शन आंकड़ों तक, हर जगह इस इश्यू की चर्चा हो रही है। कंपनी ने आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों से 10.92 करोड़ रुपये जुटाए, जिसके तहत 70 रुपये प्रति शेयर की दर से 15.60 लाख शेयर अलॉट किए गए। इस मजबूत एंकर बुकिंग ने निवेशकों के भरोसे को और बढ़ाया है।
ग्रे मार्केट में भी इस आईपीओ को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। बुधवार सुबह तक श्याम धानी इंडस्ट्रीज आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 70 रुपये पहुंच गया, जो सोमवार को 47 रुपये था। यानी मात्र दो दिनों में GMP में भारी उछाल आया है। मौजूदा GMP के हिसाब से शेयर की लिस्टिंग लगभग 100% प्रीमियम पर हो सकती है। हालांकि, निवेशकों को याद रखना चाहिए कि GMP अनौपचारिक होता है और इसमें तेजी से बदलाव संभव है।
सब्सक्रिप्शन के मामले में यह आईपीओ रिकॉर्ड तोड़ने वाला साबित हो रहा है। बुधवार दोपहर 2 बजे तक कुल सब्सक्रिप्शन 650.44 गुना तक पहुंच गया। रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन 746 गुना रहा, जबकि NII कैटेगरी में 984 गुना तक बोली लगाई गई। QIB सेगमेंट में भी अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह 62 गुना तक भर चुका है। आईपीओ का प्राइस बैंड 65 रुपये से 70 रुपये प्रति शेयर रखा गया है और रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम 4,000 शेयरों की बोली अनिवार्य है।
यह आईपीओ पूरी तरह 38.5 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू के रूप में है, इसमें कोई ऑफर फॉर सेल शामिल नहीं है। कंपनी इस राशि का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल, पुराने कर्ज चुकाने, मार्केटिंग खर्च, सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने और अन्य सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों के लिए करेगी। शेयरों का अलॉटमेंट 26 दिसंबर को संभावित है और लिस्टिंग 30 दिसंबर को NSE SME पर होने की संभावना है।
श्याम धानी इंडस्ट्रीज ‘SHYAM’ ब्रांड के तहत 164 प्रकार के मसाले तैयार और प्रोसेस करती है। वित्तीय दृष्टिकोण से, कंपनी का मुनाफा FY23 में 2.9 करोड़ रुपये से बढ़कर FY25 में 8.04 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि राजस्व लगातार बढ़कर 124.68 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।