99 के फेर से निकल गई बीजेपी, निर्दलीय के साथ से लग गई सेंचुरी

99 के फेर से निकल गई बीजेपी, निर्दलीय के साथ से लग गई सेंचुरी

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  • Publish Date - December 22, 2017 / 01:13 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:43 PM IST

अहमदाबाद, गुजरात। 18 दिसंबर को जब गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और 22 साल में पहली बार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को सौ से कम सीट आई तो जीत के बावजूद थोड़ी कसक रह गई। विपक्ष और सोशल मीडिया पर बीजेपी को 99 सीटें मिलने को लेकर निन्यान्वे का फेर या 99 का चक्कर कहकर चुटकी ली गई। तीन दिन बाद निन्यान्वे का फेर हट गया है और गुजरात भाजपा ने सेंचुरी लगा ली है, क्योंकि एक निर्दलीय विधायक भाजपा के समर्थन में आ गया है। 

 

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भाजपा को सेंचुरी लगाने की खुशखबरी उसी दिन मिली, जब गुजरात के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक केंद्रीय पर्यवेक्षकों अरुण जेटली और सरोज पांडेय की मौजूदगी में अपने नेता का चुनाव कर रहे थे।

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जिस निर्दलीय विधायक ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है, वो हैं लुनावाडा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले रतनसिंह राठौड़। रतनसिंह राठौड़ पहले कांग्रेस में थे, लेकिन इस बार कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था, इसके बाद वो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में आ डटे। कांग्रेस ने इसके बाद अनुशासनहीनता के आरोप में राठौड़ को छह साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया था। अब उन्होंने भाजपा समर्थक निर्दलीय विधायक के रूप में भाजपा की ताकत 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 के आंकड़े तक पहुंचा दिया है।

 

 

वेब डेस्क, IBC24