अहमदाबाद, गुजरात। 18 दिसंबर को जब गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और 22 साल में पहली बार सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को सौ से कम सीट आई तो जीत के बावजूद थोड़ी कसक रह गई। विपक्ष और सोशल मीडिया पर बीजेपी को 99 सीटें मिलने को लेकर निन्यान्वे का फेर या 99 का चक्कर कहकर चुटकी ली गई। तीन दिन बाद निन्यान्वे का फेर हट गया है और गुजरात भाजपा ने सेंचुरी लगा ली है, क्योंकि एक निर्दलीय विधायक भाजपा के समर्थन में आ गया है।
#Gujarat में सीएम के नाम पर मुहर, @vijayrupanibjp के हाथ एक बार फिर कमान, @Nitinbhai_Patel होंगे #deputy सीएम pic.twitter.com/pRlSBIL45a
— IBC24 (@IBC24News) December 22, 2017
ये भी देखें-भावुक मोदी ने भाजपा को आत्मसंतुष्टि से बचने, 2019 के लिए जुटने को कहा
भाजपा को सेंचुरी लगाने की खुशखबरी उसी दिन मिली, जब गुजरात के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक केंद्रीय पर्यवेक्षकों अरुण जेटली और सरोज पांडेय की मौजूदगी में अपने नेता का चुनाव कर रहे थे।
ये भी देखें-गुजरात में फिर राज करेंगे विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री होंगे नितिन पटेल
जिस निर्दलीय विधायक ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है, वो हैं लुनावाडा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले रतनसिंह राठौड़। रतनसिंह राठौड़ पहले कांग्रेस में थे, लेकिन इस बार कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया था, इसके बाद वो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में आ डटे। कांग्रेस ने इसके बाद अनुशासनहीनता के आरोप में राठौड़ को छह साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया था। अब उन्होंने भाजपा समर्थक निर्दलीय विधायक के रूप में भाजपा की ताकत 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 के आंकड़े तक पहुंचा दिया है।
वेब डेस्क, IBC24