कोलकाता, दो दिसंबर (भाषा) यादवपुर विश्वविद्यालय ने डब्ल्यूबीजेईई बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली संयुक्त पार्श्व प्रवेश परीक्षा (जेईएलईटी) में देरी की वजह से इस साल इंजीनियरिंग डिप्लोमा छात्रों को बीटेक पाठ्यक्रमों के दूसरे वर्ष में सीधे प्रवेश नहीं देने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
जेईएलईटी का आयोजन इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और फार्मेसी पाठ्यक्रमों के चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम में सीधे दूसरे वर्ष (तीसरे सेमेस्टर) में प्रवेश के लिए किया जाता है।
विश्वविद्यालय बीएससी उत्तीर्ण करने वाले और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त करने वाले छात्रों को इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश देता है बशर्ते वे जेईएलईटी के लिए अर्हता प्राप्त करते हों। यह परीक्षा अक्टूबर महीने में होती है जो इस साल नहीं हुई है। इस संबंध में शिक्षा विभाग से अभी तक कोई बयान नहीं आया है।
भाषा धीरज प्रशांत
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