Lok Sabha Speaker Chunav: स्पीकर पद के लिए विपक्ष ने खड़ा किया कैंडिडेट, फिर भी नहीं मांगा मत विभाजन, जयराम रमेश ने बताई इसकी असली वजह
स्पीकर पद के लिए विपक्ष ने खड़ा किया कैंडिडेट, फिर भी नहीं मांगा मत विभाजन, Jairam Ramesh disclosed that he will not ask for voice vote
Jairam Ramesh On PM Modi/ Image Credit: X Handle
नई दिल्लीः Jairam Ramesh disclosed for Speaker लोकसभा में स्पीकर के पद के लिए ओम बिरला को चुन लिया गया है। उनका चुनाव ध्वनिमत के जरिए हुआ। विपक्ष ने के सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाया था। पहले ऐसे आसार बन रहे थे कि स्पीकर पर मत विभाजन होगा लेकिन बिरला ध्वनि मत से निर्वाचित घोषित कर लिए गए। मत विभाजन के सवाल पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश में कहा कि उनकी पार्टी की तरफ से लोकसभा में मत विभाजन की मांग नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मैं आपको औपचारिक रूप से बता रहा हूं, हमने मत विभाजन की मांग नहीं की। हमने इसकी मांग इसलिए नहीं की क्योंकि हमें यह उचित लगा कि आज पहले दिन सर्वसम्मति हो, पहले दिन सर्वसम्मति का माहौल हो। यह हमारी ओर से एक रचनात्मक कदम था। हम मत विभाजन की मांग कर सकते थे।
नहीं बन पाई थी आम सहमति
Jairam Ramesh disclosed for Speaker दरअसल, शुरुआत में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्षी अलायंस इंडिया ब्लॉक के बीच स्पीकर पद को लेकर सहमति बन गई थी। एनडीए की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्षी नेताओं से बातचीत की थी। मंगलवार सुबह राजनाथ सिंह ने विपक्षी दल के नेताओं को अपने दफ्तर बुलाया और समर्थन पत्र पर साइन का आग्रह किया। विपक्ष ने स्पीकर के लिए ओम बिरला के समर्थन की एवज में डिप्टी स्पीकर का पद देने की शर्त रख दी, जिसे लेकर बात बिगड़ गई और सत्ता पक्ष ने शर्त मानने से इनकार कर दिया।
दूसरी बार निर्वाचित होने वाले छठे स्पीकर बने बिरला
बिरला ऐसे छठे स्पीकर बन गए हैं जो दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं। वो ऐसे दूसरे स्पीकर हैं, जो एक कार्यकाल पूरा होने के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए है। बिरला के स्पीकर बनने पर पीएम मोदी उन्हें बधाई दी और कहा, ओम बिरला को बहुत बड़ा दायित्व सौंपा गया है। बिरला का पांच साल का अनुभव काफी काम आएगा। सबको विश्वास है कि आने वाले वक्त में बिरला बतौर स्पीकर सबका मार्गदर्शन करेंगे।
#WATCH आज हुए लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, “…मैं आपको औपचारिक तौर से कह रहा हूं, हमने (मत) विभाजन नहीं मांगा…हमने इसकी मांग इसलिए नहीं की क्योंकि हमें यह उचित लगा कि पहले दिन एक आम सहमति बने, एक आम सहमति का माहौल बने। यह हमारी ओर से एक रचनात्मक… pic.twitter.com/FSazFBQ35b
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2024

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