जम्मू, 22 अक्टूबर (भाषा) जम्मू में निवासियों की शिकायतों के बाद अधिकारियों ने रोहिंग्याओं की कथित अवैध बस्ती में बिजली और पानी की आपूर्ति के कनेक्शन काटने का आदेश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि जमीन का वह बड़ा हिस्सा, जिस पर रोहिंग्याओं के रहने के लिए कई झुग्गियां बनाई गई हैं, राजौरी जिले के एक निवासी का है।
जम्मू में बाहु के तहसीलदार ने विद्युत विकास विभाग (पीडीडी) और लोक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई) विभाग को चन्नी रामा क्षेत्र में निदेश एन्क्लेव के पास रोहिंग्या बस्ती के बिजली और पानी की आपूर्ति कनेक्शन काटने का निर्देश दिया है।
तहसीलदार ने एक आदेश में कहा, ‘‘इस संबंध में, आपसे अनुरोध है कि निदेश एन्क्लेव, चन्नी रामा, जम्मू के निकट बसे रोहिंग्याओं के एक समूह द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भूखंडों में उनके बिजली और पानी की आपूर्ति के कनेक्शन काट दिए जाएं, तथा इस कार्यालय को की गई कार्रवाई की रिपोर्ट के साथ सूचित किया जाए।’’
पीएचई और पीडीडी के कार्यकारी अभियंता को नौ अक्टूबर को जारी एक आधिकारिक पत्र के अनुसार, यह आदेश निदेश एन्क्लेव रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष की शिकायत के बाद जारी किया गया है, जिन्होंने कानून और व्यवस्था समेत विभिन्न चिंताओं का हवाला देते हुए रोहिंग्या निवासियों को बेदखल करने की मांग की थी।
तहसीलदार ने बताया कि स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि समूह अक्सर झगड़े और उपद्रव करता है, जिससे इलाके में शांति भंग होती है।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘और यह उल्लेख करना भी उचित है कि आवेदक के अनुसार, उपरोक्त परिस्थितियों में, रोहिंग्या आमतौर पर शोरगुल और झगड़े में लिप्त रहते हैं, जिससे इलाके की शांति भंग होती है।’’
हालांकि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पानी का कनेक्शन नहीं काटा गया है क्योंकि यह भूखंड मालिक को दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कनेक्शन अवैध नहीं है। यह भूखंड राजौरी के एक निवासी का है, जिसने इसमें लोगों को बसाया है। अवैध रूप से बसने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना तहसीलदार का काम है।’’
भाषा
देवेंद्र संतोष
संतोष