कोलकाता, 11 अप्रैल (भाषा) कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के सांसद बने अभिजीत गंगोपाध्याय शुक्रवार को शिक्षकों के भूख हड़ताल स्थल पर पहुंचे, जहां उनको देखते ही ‘वापस जाओ’ के नारे लगे। शीर्ष अदालत के फैसले के बाद नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों का एक वर्ग कल से भूख हड़ताल पर है।
आंदोलनकारियों ने कहा कि वे अपने आंदोलन में राजनीतिक हस्तियों को नहीं चाहते हैं, जबकि गंगोपाध्याय ने मौके से जाने से पहले दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए नारों के पीछे धुर वामपंथ समर्थित प्रदर्शनकारियों का हाथ है।
पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) कार्यालय के पास गंगोपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं यहां केवल नैतिक समर्थन देने आया था। मैंने उस प्रकरण को करीब से देखा है जिसमें 2016 की भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के कारण 25,000 से अधिक शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। मैं मदद करना चाहता था।’’
पूर्व न्यायाधीश ने पूर्व राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली के साथ बृहस्पतिवार को भी ‘आचार्य सदन’ स्थित धरना स्थल का दौरा किया था, ताकि नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों एवं अन्य कर्मचारियों के साथ एकजुटता व्यक्त की जा सके, लेकिन तब उन्हें किसी विरोध का सामना नहीं करना पड़ा।
भाषा रंजन नेत्रपाल
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