(Justice Verma Fire Incident Report, Image Credit: IBC24 News File)
दिल्ली : Justice Verma Fire Incident Report: सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त जांच समिति ने मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आवास में आग लगने और नकदी मिलने की पुष्टि हुई है। इस मामले में वर्मा को अपना पक्ष रखने के लिए दो दिन का समय दिया गया है। उन्हें जज पद से इस्तीफा देने का विकल्प दिया गया है। अगर वह इस्तीफा देने से इनकार करते हैं तो उनके खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। अब सीजेआई अपने रिटायरमेंट से पहले इस मामले में अगली कार्रवाई का निर्णय लेंगे।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जांच समिति ने भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना को सौंपी अपनी रिपोर्ट में 14 मार्च की रात को आग लगने और हाईकोर्ट के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के घर पर नकदी मिलने के मामले की पुष्टि हुई है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (सीजेआई) संजीव खन्ना को इन-हाउस जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। यह जांच पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और कर्नाटक हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा की गई थी। समिति ने 22 मार्च को जांच शुरू की थी और 14-15 मार्च की घटना का पूरा विवरण रिपोर्ट में शामिल किया गया है।
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Justice Verma Fire Incident Report: सीजेआई के निर्देश पर न्यायमूर्ति वर्मा को रिपोर्ट की एक प्रति भेज दी गई है और उन्हें दो दिन के अंदर इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा गया है। यह कदम प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसार उठाया गया है जिससे उन्हें उचित अवसर मिल सके और वह अपना पक्ष रख सके।
सूत्रों के मुताबिक, न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने का विकल्प दिया गया है। अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उनके विरूद्ध महाभियोग की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। यह निर्णय सीजेआई खन्ना द्वारा लिया जाएगा, जो अगले सप्ताह सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
यह उम्मीद जताई जा रही है कि न्यायमूर्ति वर्मा द्वारा सप्ताह के अंत तक सीजेआई के समक्ष अपना जवाब पेश कर सकते हैं। सूत्रों ने यह भी बताया है कि सीजेआई संजीव खन्ना अपने पद से हटने से पहले इस मामले में अंतिम फैसला लेना चाहेंगे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीशों के साथ बैठक भी की है, जिसमें संभवतः जांच रिपोर्ट के निष्कर्षों को साझा किया गया होगा।
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Justice Verma Fire Incident Report: इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट में 14-15 मार्च को न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के घर में आग लगने से जली हुई नकदी मिली। रिपोर्ट में आग लगने की समय-सीमा और बताया गया कि घटना के दौरान कौन-कौन मौजूद था। पैनल ने घटना से जुड़े सभी अधिकारियों के बयान दर्ज किए, जिनमें अग्निशमन सेवा और पुलिस शामिल थे।
एकत्र किए साक्ष्यों में जले हुए नोटों की तस्वीरें, वीडियो और फोरेंसिक विश्लेषण शामिल हैं और न्यायाधीरों द्वारा उनके आवास पर उनके दौरे के दौरान दर्ज किए दृश्य दस्तावेज शामिल है। वहीं सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट पूरी तरह से तथ्य-खोज पर आधारित है और कोई भी निष्कर्ष बाध्यकारी नहीं है।
14 मार्च की रात दिल्ली के न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के घर पर आग लगने की घटना हुई थी। इस घटना के दौरान उनके आवास के एक स्टोररूम में काफी मात्रा में जली हुई नकदी मिली थी। इस घटना ने काफी चर्चा बटोरी और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुए थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक समिति गठित की थी।
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