“शराब पीते थे भगवान राम और सीता”, कन्नड़ लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान का श्रीराम और सीता पर आपत्तिजनक टिप्पणी

Kannada writer's objectionable statement on Lord Ram and Sita, said Ram and Sita used to drink alcohol

“शराब पीते थे भगवान राम और सीता”, कन्नड़ लेखक और रिटायर्ड प्रोफेसर केएस भगवान का श्रीराम और सीता पर आपत्तिजनक टिप्पणी

Kannada writer again gave controversial statement regarding Shri Ram.

Modified Date: January 22, 2023 / 01:02 pm IST
Published Date: January 22, 2023 1:02 pm IST

KS Bahgawan has been making such comments on Hindu deities in the past as well.

जाने माने तर्कवादी और कन्नड़ लेखक केएस भगवान राम और सीता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की हैं। कर्नाटक के मांड्या में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा की राम राज्य बनाने की बात चल रही है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 वर्षों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 वर्षों तक शासन किया।

Read more : संदिग्ध हालत में मिली नवविवाहिता की लाश, पति और ससुर दोनों मिलकर करते थे इस चीज की मांग

 ⁠

उन्होंने आगे कहा की राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे। उन्होंने बिना परवाह किए अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया। एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे शूद्र शंबूक का सिर काट दिया। वे कैसे आदर्श हो सकते हैं।

Read more : खाने की तेल की कीमतों में चौतरफा गिरावट, लगभग आधी रह गईं प्रति लीटर की दर

बता दे की केएस भगवान पहले भी राम भगवान पर इस तरह की टिप्पणी करते रहे हैं। 2019 में भी उन्होंने यही दावा किया था की भगवान राम शराब पीते हैं जबकि मांड्या में भी उन्होंने अपनी बार दोहराई। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘राम मंदिर येके बेड़ा’ में यह टिप्पणी की थी। कुछ हिंदू संगठनों ने तब केएस भगवान की टिप्पणियों का कड़ा विरोध किया था और लेखक के आवास के बाहर ‘पूजा’ करने की कोशिश की थी।

Read more : इंटरनेशनल बॉक्सिंग कोच दसमाना का निधन, 4 दिन पहले सड़क दुर्घटना में हुए थे घायल 

भगवान राम के अस्तित्व पर भी सवाल उठा चुके केएस भगवान के चेहरे पर फरवरी, 2021 में मीरा राघवेंद्र नाम की एक महिला वकील ने बेंगलुरु की एक अदालत में कालीख पोत दी थी। तब भी काफी विवाद खड़ा हुआ था। माना जा रहा है की मांड्या में दिए बयान पर हिन्दू संगठन फिर से नाराज हो सकते हैं।

 


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown