बेंगलुरु, 29 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर को पत्र लिखकर विधानसभा से 18 भाजपा सदस्यों (विधायकों) का निलंबन रद्द करने के अनुरोध पर सकारात्मक विचार करने और इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने को कहा है।
मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को लिखे अलग-अलग पत्रों में राज्यपाल ने अपनी ‘इच्छा’ व्यक्त की कि वे राज्य में लोकतांत्रिक मूल्यों के मूल सिद्धांतों को बनाए रखने और निलंबित विधायकों को जनता के प्रतिनिधि के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को फिर से संभालने में सक्षम बनाने के लिए ऐसा निर्णय लें।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और विधायकों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस कदम को “अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक” करार दिया।
उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि वे अध्यक्ष को निलंबन पर पुनर्विचार करने का निर्देश दें तथा विधायकों को निर्वाचित प्रतिनिधियों के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की अनुमति दें।
भाजपा के 18 विधायकों को 21 मार्च को “अनुशासनहीनता” दिखाने और अध्यक्ष का “अनादर” करने के आरोप में छह महीने के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया।
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नोमान माधव
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