कश्मीर: लगातार दूसरी रात गर्म मौसम रहा, न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर

कश्मीर: लगातार दूसरी रात गर्म मौसम रहा, न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर

कश्मीर: लगातार दूसरी रात गर्म मौसम रहा, न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर
Modified Date: December 15, 2025 / 03:10 pm IST
Published Date: December 15, 2025 3:10 pm IST

श्रीनगर, 15 दिसंबर (भाषा) कश्मीर में लगातार दूसरी रात न्यूनतम तापमान अपेक्षा से अधिक रहा और घाटी के अधिकांश स्थानों पर तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर बना रहा। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

न्यूनतम तापमान में वृद्धि का कारण कल रात आसमान में बादल छाए रहने और रविवार को ऊंचे इलाकों में कुछ स्थानों पर हुई ताजा बर्फबारी को बताया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शनिवार रात के दो डिग्री सेल्सियस से थोड़ा ही कम था, लेकिन पिछली रातों की तुलना में करीब पांच डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से 3.1 डिग्री अधिक रहा।

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मौसम विभाग ने बताया कि तड़के शहर और घाटी के अधिकांश हिस्सों, विशेष रूप से जल निकायों के आसपास के क्षेत्रों में घने कोहरा छाया रहा।

मौसम कार्यालय ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा में यह 1.6 डिग्री सेल्सियस रहा। दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस रहा।

दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के प्रमुख आधार शिविरों में से एक पहलगाम में न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

पुलवामा जिले का अवंतीपोरा जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। शोपियां में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा और यही एकमात्र स्थान था, जहां तापमान हिमांक बिंदु से नीचे दर्ज किया गया।

कश्मीर 21 दिसंबर से शुरू होने वाली 40 दिनों की सबसे कड़ी सर्दी की अवधि ‘चिल्लई कलां’ की ओर बढ़ रहा है। इस दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक रहती है और तापमान में तेज गिरावट आती है।

इस सर्दी में अब तक घाटी में कोई भारी बारिश नहीं हुई है। शुष्क मौसम के कारण खांसी और सर्दी जैसी बीमारियों में वृद्धि हुई है।

चिकित्सकों ने लोगों, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने और घर के अंदर रहने की सलाह दी है।

मौसम विभाग के मुताबिक 18 और 19 दिसंबर को बादल छाए रहने की संभावना है। 20 और 21 दिसंबर को ‘चिल्लई कलां’ के आगमन के साथ ही घाटी के छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश या बर्फबारी की भी संभावना है।

भाषा तान्या नरेश शोभना

शोभना


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