केरल : कांग्रेस, भाजपा ने मुकेश का इस्तीफा मांगा, मंत्री शशिंद्रन ने बचाव किया

केरल : कांग्रेस, भाजपा ने मुकेश का इस्तीफा मांगा, मंत्री शशिंद्रन ने बचाव किया

केरल : कांग्रेस, भाजपा ने मुकेश का इस्तीफा मांगा, मंत्री शशिंद्रन ने बचाव किया
Modified Date: August 28, 2024 / 04:56 pm IST
Published Date: August 28, 2024 4:56 pm IST

तिरुवनंतपुरम/मलप्पुरम, 28 अगस्त (भाषा) यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से की जा रही इस्तीफे की मांग के बीच अभिनेता एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम. मुकेश को बुधवार को थोड़ी राहत मिली जब राज्य के मंत्री ए के शशिंद्रन ने कहा कि हर किसी को अपनी बेगुनाही साबित करने का अवसर दिया जाना चाहिए।

केरल के वन मंत्री शशिंद्रन ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता को भी अपने आरोपों को साबित करने का अवसर दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी कानूनी न्याय प्रणाली इसी तरह काम करती है। इसके अनुसार कदम उठाए जाएंगे। इस्तीफा देना है या नहीं देना, यह उनका (मुकेश) निजी फैसला है।’’

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न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए खुलासों को लेकर बढ़ते विवाद के बीच राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी कोल्लम सीट से विधायक मुकेश को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

मुकेश के खिलाफ आरोपों के बारे में पूछे जाने पर गोपी ने एक दिन पहले त्रिशूर में कहा था कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है और वह इस पर फैसला लेगी।

उन्होंने पत्रकारों से कहा था, ‘‘आप (मीडिया) न केवल अपने फायदे के लिए लोगों को एक-दूसरे से लड़वा रहे हैं, बल्कि जनता को भी गुमराह कर रहे हैं। शिकायतें फिलहाल आरोपों की शक्ल में हैं। आप लोगों को क्या बता रहे हैं? क्या आप अदालत हैं? नहीं, आप नहीं हैं। अदालत फैसला करेगी। अदालत को फैसला करने दीजिए।’’

इसके बाद, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि एक अभिनेता और मंत्री के रूप में गोपी अपनी निजी राय व्यक्त करने के हकदार हैं, लेकिन पार्टी का रुख यह है कि मुकेश को इस्तीफा दे देना चाहिए।

टीवी चैनल पर प्रसारित दृश्यों के अनुसार, जब पत्रकारों ने सुरेंद्रन के बयान पर गोपी की टिप्पणी लेनी चाही, तो उन्होंने गुस्से में उनमें से कुछ को कथित तौर पर धक्का दे दिया था।

बुधवार को सुरेंद्रन ने दोहराया कि भाजपा की राय है कि मुकेश को इस्तीफा दे देना चाहिए।

बहरहाल, जब पत्रकारों ने उनसे गोपी के आचरण के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘‘मीडियाकर्मियों को भी ख्याल रखना चाहिए।’’

वहीं, सतीसन ने कहा कि मुकेश और माकपा को यह फैसला करना चाहिए कि उन्हें इस्तीफा देना है या नहीं।

उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि कौन, किसे बचाने का प्रयास कर रहा है। आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही सरकार पहली आरोपी बन रही है।’’

मुकेश ने मंगलवार को उनके खिलाफ आरोपों को “वही राजनीतिक नाटक करार दिया, जिसका मंचन 2018 में किया गया था।”

उन्होंने यह भी कहा था कि आरोपों के पीछे की सच्चाई को उजागर करने के लिए उचित और पारदर्शी जांच आवश्यक है। उन्होंने दावा किया कि एक समूह पैसे के लिए उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है और वे ही आरोप लगा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इन लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

भाषा

गोला मनीषा

मनीषा


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