केरल ने 1890 के दशक से प्रकाशित 1,000 से अधिक पाठ्यपुस्तकों का डिजिटलीकरण किया

केरल ने 1890 के दशक से प्रकाशित 1,000 से अधिक पाठ्यपुस्तकों का डिजिटलीकरण किया

केरल ने 1890 के दशक से प्रकाशित 1,000 से अधिक पाठ्यपुस्तकों का डिजिटलीकरण किया
Modified Date: February 3, 2024 / 11:28 pm IST
Published Date: February 3, 2024 11:28 pm IST

तिरुवनंतपुरम, तीन फरवरी (भाषा) केरल शिक्षा विभाग ने 1896 से प्रकाशित विभिन्न विषयों की 1,250 से अधिक पाठ्यपुस्तकों का डिजिटलीकरण किया है, ताकि इन्हें भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित किया जा सके।

राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के हिस्से के रूप में, राज्य में एक पुस्तकालय कार्य कर रहा है जिसका उपयोग शोधकर्ताओं, छात्रों और शिक्षा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रभावी ढंग से किया जा सकता है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस पुस्तकालय के संबंध में एक पाठ्यपुस्तक ‘आर्काइव’ (अभिलेखागार) भी काम कर रहा है, जिसमें सामान्य शिक्षा विभाग द्वारा वर्षों से प्रकाशित पाठ्यपुस्तकें संग्रहीत हैं।

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इनमें से कई किताबें अप्रचलित होने के खतरे का सामना कर रही थीं और हाल ही में एससीईआरटी की शासी निकाय की बैठक में ‘आर्काइव’ को डिजिटल बनाने का निर्णय लिया गया।

बयान में कहा गया कि योजना के तहत 1896 से प्रकाशित 1,250 से अधिक पाठ्यपुस्तकों के लगभग 1.50 लाख पृष्ठों को डिजिटल किया गया है। सामान्य शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने शनिवार को यहां डिजिटल ‘आर्काइव’ का उद्घाटन किया।

भाषा संतोष सुरेश

सुरेश


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