केरल मानवाधिकार आयोग ने मोहिनीअट्टम नृत्यांगना की नस्लवादी टिप्पणी पर कार्रवाई की |

केरल मानवाधिकार आयोग ने मोहिनीअट्टम नृत्यांगना की नस्लवादी टिप्पणी पर कार्रवाई की

केरल मानवाधिकार आयोग ने मोहिनीअट्टम नृत्यांगना की नस्लवादी टिप्पणी पर कार्रवाई की

:   Modified Date:  March 22, 2024 / 01:20 PM IST, Published Date : March 22, 2024/1:20 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 22 मार्च (भाषा) जानी मानी मोहिनीअट्टम नृत्यांगना कलामंडलम सत्यभामा जूनियर द्वारा अपने एक साथी नर्तक के लिए कथित रूप से नस्लीय टिप्पणी किए जाने को लेकर केरल राज्य मानवाधिकार आयोग ने शुक्रवार को यहां उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की।

राज्य मानवाधिकार आयोग (एसएचआरसी) द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि आयोग की सदस्य वी के बीना कुमारी ने त्रिशूर जिला पुलिस प्रमुख और सरकार के संस्कृति सचिव को नर्तक के बयान की जांच करने और 15 दिन के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। इसमें कहा गया है कि आयोग ने मीडिया रिपोर्टों के आधार पर स्वत: कार्रवाई की है और मानवाधिकार कार्यकर्ता गिनीज मदासामी ने भी इसी मुद्दे पर शिकायत दर्ज कराई है।

कलामंडलम सत्यभामा एक साक्षात्कार के दौरान अपने एक साथी कलाकार के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी को लेकर केरल में नेताओं और सांस्कृतिक संगठनों सहित समाज के विभिन्न वर्गों के निशाने पर आ गई हैं।

प्रसिद्ध मोहिनीअट्टम नर्तक डॉ. आर एल वी रामकृष्णन ने आरोप लगाया कि सत्यभामा ने ये टिप्पणियां उनके लिए की थीं और उन्होंने नृत्यांगना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी।

मंत्रियों साजी चेरियन, आर. बिंदू, वीना जॉर्ज, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के प्रमुख के. सुरेंद्रन सहित कई नेताओं ने इस बयान की निंदा की। केरल की कलात्मक विरासत को संरक्षित करने वाली प्रमुख सार्वजनिक संस्था केरल कलामंडलम ने भी सत्यभामा की टिप्पणियों की निंदा की थी।

मलयालम सिनेमा के प्रसिद्ध भारतीय गीतकार, संगीत निर्देशक, फिल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक श्रीकुमारन थम्पी ने कहा कि वह उपनाम ‘कलामंडलम सत्यभामा’ के योग्य नहीं हैं, जो कि एक सम्मानित नाम है।

उन्होंने कहा, ‘‘कलामंडलम सत्यभामा केरल में मोहिनीअट्टम की सबसे बड़ी गुरुओं में से एक थीं। वह (कलामंडलम सत्यभामा जूनियर) कलामंडलम सत्यभामा की छात्रा थीं। इस महिला को यह नाम नहीं रखना चाहिए था।’’

कलामंडलम सत्यभामा एक भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना, शिक्षिका और नृत्य निर्देशक थीं, जो मोहिनीअट्टम में पारंगत थीं। उनका सितंबर 2015 में 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।

इस बीच, अभिनेता-सह-नेता सुरेश गोपी ने शुक्रवार को कहा कि 28 मार्च को उस मंदिर में ‘चेरुप’ नामक धार्मिक अनुष्ठान होना है जहां उनका परिवार अकसर जाता है और यदि रामकृष्णन उस तिथि पर उपलब्ध होंगे तो वह उन्हें वहां मोहिनीअट्टम प्रस्तुति के लिए आमंत्रित करेंगे। गोपी त्रिशूर से आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

इसके बाद, रामकृष्णन को टीवी पर गोपी के साथ फोन पर बात करते देखा गया, जिसमें गोपी को कलाकार को मंदिर में 28 मार्च को प्रस्तुति के लिए आमंत्रित करते हुए सुना गया और नर्तक ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

सत्यभामा ने साक्षात्कार के दौरान कहा था, ‘‘जो व्यक्ति मोहिनीअट्टम करता है उसे ‘मोहिनी’ (आकर्षक) होना चाहिए। उनका रंग कौवे जैसा है। मेरी राय में, पुरुषों को मोहिनीअट्टम तभी करना चाहिए जब वे अच्छे दिखते हों।’’

सत्यभामा ने अपना बचाव करते हुए कहा था कि उन्होंने साक्षात्कार में किसी का नाम नहीं लिया था।

भाषा मनीषा सिम्मी नरेश

नरेश

 

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