महाराष्ट्र सरकार का अगले साल 30 जून तक किसानों की कर्जमाफी का फैसला अस्वीकार्य : उद्धव

महाराष्ट्र सरकार का अगले साल 30 जून तक किसानों की कर्जमाफी का फैसला अस्वीकार्य : उद्धव

महाराष्ट्र सरकार का अगले साल 30 जून तक किसानों की कर्जमाफी का फैसला अस्वीकार्य : उद्धव
Modified Date: November 5, 2025 / 01:23 pm IST
Published Date: November 5, 2025 1:23 pm IST

छत्रपति संभाजीनगर, पांच नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कृषि ऋण माफी पर निर्णय के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 30 जून, 2026 की तारीख ‘‘स्वीकार्य नहीं’’ है।

उद्धव ने बुधवार को यहां एक गांव में किसानों से बातचीत के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि अगर सरकार ऋण माफ करने की योजना बना रही है तो क्या किसानों को अपनी किश्तें चुकाना जारी रखना होगा?

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख ने बुधवार को छत्रपति संभाजीनगर के पैठण तालुका के नांदर गांव से अपने चार दिवसीय मराठवाड़ा दौरे की शुरुआत की, जहां उन्होंने किसानों से बातचीत की।

 ⁠

वह दिन में बाद में पाली (बीड), पाथरुड, शिरसाव (धाराशिव) और घरी (सोलापुर) गांवों का दौरा भी करेंगे।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि कृषि ऋण माफी पर निर्णय अगले वर्ष 30 जून तक लिया जाएगा।

फडणवीस ने कहा था कि सबसे पहले यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि किसानों को बाढ़ राहत के लिए मुआवजा मिले और साथ ही रबी की बुवाई की तैयारी भी की जाए।

कृषि ऋण माफी पर समयसीमा को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘यह तारीख हमें स्वीकार्य नहीं है। हम किसानों को उनके नुकसान के मुआवजे के रूप में प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की मांग कर रहे हैं। किसानों को अब कर्जमाफी की भी जरूरत है। सरकार का कहना है कि वह इस मुद्दे का अध्ययन करना चाहती है।’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इससे पहले, मेरी सरकार के दौरान, हमने अध्ययन किया था और उसका विवरण अब भी सरकार के पास है। हमारी सरकार ने तब ऋण माफी की थी।’’

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अब ऋण माफी के लिए 30 जून, 2026 की नयी तारीख दी है।

ठाकरे ने सवाल किया, ‘‘यदि अगले वर्ष जून में ऋण माफ होने वाला है तो क्या किसानों को अब अपनी किश्तें चुकानी चाहिए या नहीं? यदि हां, तो किसान यह राशि कैसे देंगे? ’’

ठाकरे ने मांग की कि किसानों को अब कर्ज माफी दी जानी चाहिए।

भाषा रवि कांत रवि कांत जोहेब

जोहेब


लेखक के बारे में