मेंगलुरु: ‘डिजिटल अरेस्ट’ मामले में महिला से 3.09 करोड़ रुपये की ठगी

मेंगलुरु: 'डिजिटल अरेस्ट’ मामले में महिला से 3.09 करोड़ रुपये की ठगी

मेंगलुरु: ‘डिजिटल अरेस्ट’ मामले में महिला से 3.09 करोड़ रुपये की ठगी
Modified Date: August 10, 2025 / 09:09 pm IST
Published Date: August 10, 2025 9:09 pm IST

मेंगलुरु, 10 अगस्त (भाषा) कर्नाटक के मेंगलुरु में एक सेवानिवृत्त महिला से ‘डिजिटल अरेस्ट’ मामले में साइबर अपराधियों ने 3.09 करोड़ रुपये की ठगी की। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि लेनी प्रभु नामक पीड़िता ने 15 जनवरी को एक अज्ञात नंबर से मिस्ड कॉल आने के बाद ‘साइबर इकोनॉमिक एंड नारकोटिक्स’ (सीईएन) पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।

इसने बताया कि जब उन्होंने वापस कॉल की, तो एक महिला ने खुद को डाकघर का अधिकारी बताते हुए उन्हें बताया कि उनके नाम से चीन भेजा गया एक पार्सल रोक लिया गया है, जिसमें 150 ग्राम एमडीएमए है।

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पुलिस ने बताया कि फोन करने वाले ने ‘‘धमकी दी कि इस अपराध के लिए 75 वर्ष से अधिक की जेल की सजा हो सकती है’’।

‘डिजिटल अरेस्ट’ मामले में, धोखेबाज कथित तौर पर कानून प्रवर्तन अधिकारियों का रूप धारण कर पीड़ितों पर अवैध गतिविधियों का झूठा आरोप लगाकर उन्हें धोखा देते हैं और डराते हैं। फिर वे गिरफ्तारी से बचने के लिए पीड़ितों पर पैसे देने का दबाव बनाते हैं। अपराधी अक्सर सीबीआई एजेंट, आयकर अधिकारी या सीमा शुल्क अधिकारी बनकर फोन कॉल के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते हैं।

पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांचकर्ता अपराधियों का पता लगाने और चोरी की गई धनराशि बरामद करने के लिए काम कर रहे हैं।

भाषा

देवेंद्र नरेश

नरेश


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