कोलकाता, 30 अक्टूबर (भाषा) भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने बुधवार को कहा कि रूस के कजान में हाल में संपन्न ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हुई बैठक ‘बहुत ही अहम’ है।
चीनी राजनयिक ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में दोनों नेताओं के बीच यह पहली औपचारिक वार्ता थी, जिसमें महत्वपूर्ण सहमति बनी तथा दोनों पड़ोसियों के बीच संबंधों के आगे बढ़ाने के लिए दिशा-निर्देश तय किए गए।
‘मर्चेंट चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ द्वारा यहां आयोजित एक सत्र को संबोधित करते हुए चीनी राजनयिक ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच भारत-चीन संबंधों को सुधारने और विकसित करने पर महत्वपूर्ण आम सहमति बनी और उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर वापस लाने की रूपरेखा तय की।
मोदी और चिनफिंग की 23 अक्टूबर को रूस के कजान में बैठक हुई थी।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर पूरी तरह से सैनिकों की वापसी को लेकर पूछे गए एक सवाल पर चीनी राजदूत ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि इस आम सहमति के आलोक में भविष्य में संबंध सुचारू रूप से आगे बढ़ेंगे और दोनों पक्षों के बीच संबंध विशिष्ट असहमतियों के कारण सीमित या बाधित नहीं होंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मतभेदों को कैसे दूर किया जाए।’’
चीन और भारत के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू होने के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘एक राजदूत के तौर पर मैं इसका इंतजार कर रहा हूं क्योंकि इससे समय की बचत होगी। मैं न केवल राजनीति में बल्कि व्यापार में भी सुचारू सहयोग की उम्मीद कर रहा हूं।’’
भाषा धीरज शफीक
शफीक