मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं : डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया समिति ने ‘पारो घोषणापत्र’ को स्वीकार किया |

मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं : डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया समिति ने ‘पारो घोषणापत्र’ को स्वीकार किया

मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं : डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया समिति ने ‘पारो घोषणापत्र’ को स्वीकार किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : September 6, 2022/6:55 pm IST

नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों ने मंगलवार को ‘पारो घोषणापत्र’ को स्वीकार कर लिया जो मानसिक स्वास्थ्य और सेवाओं तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान किए जाने से संबंधित है।

डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने एक बयान में कहा कि मानसिक स्वास्थ्य में निवेश बढ़ने से इलाज का खर्च कम होता है वहीं उत्पादकता, रोजगार और जीवन की गुणवत्ता बढ़ती है।

‘पारो घोषणापत्र’ को भूटान में डब्ल्यूएचओ दक्षिणपूर्व एशिया बैठक के 75 वें सत्र के दूसरे दिन मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में स्वीकार किया गया।

क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इस घोषणा में सदस्य देशों से मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को दूर करने और कोविड-19 के कारण बढ़ गए उपचार अंतराल को कम करने के लिए नीतियां तैयार करने एवं उन्हें लागू करने का आग्रह किया गया है। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि विभिन्न सेवाएं बिना वित्तीय कठिनाई के उन सभी लोगों तक पहुंचें, जहां वे रहते हैं।

बयान में कहा गया है कि पारो घोषणापत्र में समुदाय आधारित मानसिक स्वास्थ्य नेटवर्क के लिए राशि बढ़ाने और दवाओं की लगातार आपूर्ति और पुनर्वास पर भी जोर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि दक्षिण पूर्व एशिया में, औसतन सात में से एक व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित है।

भाषा अविनाश नरेश

नरेश

 

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