मेस्सी कार्यक्रम अराजकता : राज्यपाल ने साल्ट लेक स्टेडियम का दौरा किया, न्यायिक जांच की मांग की

मेस्सी कार्यक्रम अराजकता : राज्यपाल ने साल्ट लेक स्टेडियम का दौरा किया, न्यायिक जांच की मांग की

मेस्सी कार्यक्रम अराजकता : राज्यपाल ने साल्ट लेक स्टेडियम का दौरा किया, न्यायिक जांच की मांग की
Modified Date: December 14, 2025 / 05:40 pm IST
Published Date: December 14, 2025 5:40 pm IST

कोलकाता, 14 दिसंबर (भाषा) अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में मची अफरा-तफरी के एक दिन बाद रविवार को राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने स्टेडियम का दौरा कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

राज्यपाल ने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की है।

बोस ने सरकार से भविष्य में इस तरह की घटनाओं के प्रबंधन के लिए मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को तैयार करने का भी आग्रह किया।

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अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल बोस ने मुख्य सचिव मनोज पंत और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ स्टेडियम के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया।

उन्होंने कहा कि अराजकता के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आयोजक को दर्शकों को टिकट की कीमत तुरंत वापस करनी चाहिए।

कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में शनिवार को आयोजित लियोनेल मेस्सी के फुटबॉल कार्यक्रम के मुख्य आयोजक सतद्रु दत्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आयोजन स्थल पर मची व्यापक अफरा-तफरी के बाद यह कार्रवाई की गई, जिसके कारण अर्जेंटीना के विश्व कप विजेता कप्तान लियोनेल मेस्सी को मैदान छोड़कर समय से पहले ही लौटना पड़ा।

बिधाननगर पुलिस ने स्टेडियम में मची अफरातफरी का स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्यक्रम के ‘कुप्रबंधन’ के आरोप में दत्ता को कोलकाता हवाई अड्डे से ही गिरफ्तार कर लिया जहां वह मेस्सी और उनके साथ शामिल अन्य को हैदराबाद जाते समय विदा करने गए थे।

बोस ने कहा कि वह कुछ पीड़ितों से बातचीत करने के बाद राज्य और केंद्र सरकारों को सिफारिशों सहित एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे।

उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा, ‘‘ मेरी रिपोर्ट लगभग तैयार है और इसे सभी संबंधित अधिकारियों को भेज दिया जाएगा।’’

राज्यपाल ने शहर में सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए स्पष्ट प्रोटोकॉल की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें दर्शकों के लिए बीमा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अन्य अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपाय शामिल हैं।

बोस ने स्टेडियम का दौरा करने के बाद कहा, ‘‘ जब निजी संस्थाओं को खेलों का व्यवसायीकरण करने और पैसा कमाने की अनुमति दी जाती है, तो जनता को इसका खामियाजा नहीं भुगतना चाहिए। ’’

मेस्सी से जुड़े एक कार्यक्रम में फैली अराजकता और भीड़ के उपद्रव के कुछ घंटों बाद शनिवार शाम को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को सॉल्ट लेक स्टेडियम में प्रवेश करने से ‘‘रोक दिया गया’’ था। राज्यपाल जब वहां पहुंचे तो स्टेडियम के गेट बंद थे और लाइटें भी बंद थीं।

राज्यपाल ने आरोप लगाया था कि यह कदम उनके प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया था और उन्होंने इस संबंध में विस्तृत स्पष्टीकरण की मांग की थी।

बोस ने सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई घटना को ‘कोलकाता के खेल प्रेमियों के लिए एक काला दिन’ करार दिया था।

मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान शनिवार को यहां सॉल्ट लेक स्टेडियम में मची अफरा-तफरी कानून-व्यवस्था के बड़े मसले में तब्दील हो गई, जिसमें पुलिस ने कथित कुप्रबंधन के आरोप में मुख्य आयोजक को हिरासत में ले लिया, वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए और फुटबॉल के इस दिग्गज खिलाड़ी को देखने से वंचित रह गए प्रशंसकों से माफी मांगी।

फुटबॉल के दीवानों के लिए जो जीवन का सबसे सुखद अनुभव हो सकता था, वह एक तरह से बुरी याद में बदल गया क्योंकि बड़ी रकम खर्च करके टिकट खरीदने के बावजूद अर्जेंटीना के इस दिग्गज की एक साफ झलक नहीं मिल पाने से निराश हजारों प्रशंसकों ने यहां सॉल्ट लेक स्टेडियम के अंदर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और तोड़फोड़ की।

मेस्सी का विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन का बहुप्रचारित दौरा 2011 के बाद इस मैदान पर उनकी पहली उपस्थिति थी, लेकिन उनका यह दौरा अव्यवस्था का शिकार हो गया।

प्रशंसकों की भीड़ द्वारा सुरक्षा घेरा तोड़ने, तोड़-फोड़ और पुलिस के हस्तक्षेप से यह आयोजन फीका पड़ गया।

भाषा रवि कांत रवि कांत संतोष

संतोष


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